बारिपदा। मयूरभंज जिले के सिमिलिपाल नेशनल पार्क में शिकारियों के खिलाफ चलाया जा रहा ऑपरेशन क्लीन-अप सिमिलिपाल ने तेज रफ्तार पकड़ ली है। इस अभियान के तहत पुलिस ने शुक्रवार को आठ देशी बंदूकें जब्त कीं और दो अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान महेंद्र सिंह (30), श्यामसुंदर सिंह (28) और मदन सिंह (35) के रूप में हुई है। उनके घरों से तीन देशी बंदूकें जब्त की गईं।
मयूरभंज के पुलिस अधीक्षक बटुला गंगाधर ने यहां एक संवाददाता को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर रात के समय बड़साही पुलिस सीमा के तहत रेंतसाही गांव में छापेमारी की गई। हमने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और तीन देशी बंदूकें जब्त की हैं। इसी प्रकार हमने पीआरआई संपर्क कार्यक्रम के माध्यम से कई स्रोत विकसित किए हैं। इन स्रोतों के माध्यम से एकत्र की गई जानकारी के आधार पर हमने खूंटा पुलिस सीमा के अंतर्गत बहल्दा जंगल में तलाशी ली और जंगल में छिपाई गई पांच देशी बंदूकें जब्त कीं।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मामले की आगे की जांच चल रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इन बंदूकों का निर्माण किसने किया है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन क्लीन-अप सिमिलिपाल जारी रहेगा। हमारा लक्ष्य हथियार-मुक्ति है। अलग-अलग बीट हाउस पर तीन प्लाटून फोर्स तैनात की गई है। वे वाहन और पैदल गश्त का उपयोग करके भी गश्त में लगे हुए हैं।
प्रेस वार्ता के दौरान मौजूद आईजी (पूर्वी रेंज) हिमांशु लाल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों के भीतर जब से ‘ऑपरेशन क्लीन-अप सिमिलिपाल’ चल रहा है, अब तक 16 से अधिक हथियार बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन जारी रहेगा और हमारा उद्देश्य सिमिलिपाल को साफ करना है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में सिमिलिपाल में ऐसी कोई घटना न हो।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उदला के एसडीपीओ सार्थक राय, बड़साही पुलिस स्टेशन के आईआईसी संजय परिडा और खूंटा पुलिस स्टेशन के आईआईसी लोपामुद्रा नायक और अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।