भुवनेश्वर। पार्टी से निलंबित किये जाने के बाद कटक-बारबाटी के विधायक मोहम्मद मुकिम ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया है, जिससे एक सिटिंग विधायक को पार्टी से निलंबित किया जाए।
उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जानकी बल्लभ पटनायक व पूर्व उपमुख्यमंत्री बसंत बिश्वाल को लेकर एक संगोष्ठी का आयोजन किया था। उस कार्यक्रम में अनेक कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
जब उनसे यह पूछा गया कि क्या वह कांग्रेस छोड़ देंगे, उन्होंने कहा कि आज शरत पटनायक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। कल कोई और होगा। कांग्रेस किसी का व्यक्तिगत पार्टी नहीं है। यह एक सामूहिक पार्टी है। इसलिए मैं कांग्रेस क्यों छोडूं। मैं कांग्रेस के साथ हूं।
उल्लेखनीय है कि मोहम्मद मुकिम इससे पहले भी विवादों में रह चुके हैं। गत वर्ष जुलाई माह में आयोजित राष्ट्रपति चुनाव में भी उन्होंने पार्टी द्वारा समर्थित प्रत्याशी को वोट नहीं दिया था। उन्होंने यूपीए के प्रत्याशी य़शवंत सिन्हा के बदले एनडीए के प्रत्य़ाशी द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया था। द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान करने के बाद मुकिम ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि उन्होंने ओडिशा की बेटी के पक्ष में मतदान किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी की ह्विप लागू नहीं होता है। इसलिए उन्होंने अपने विवेक के अनुसार, मुर्मू के पक्ष में मतदान किया है। एक ओड़िया व्यक्ति होने के नाते उन्होंने यह निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि इस मिट्टी की बेटी द्रौपदी मुर्मू के विजय में उनका यह वोट यदि जुड़ जाता है, तो वह अपने आप को गौरवान्वित महसूस करेंगे।
Posted by: Desk, Indo Asian Times