इण्डो एशियन टाइम्स, पुरी।
विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है। कथित तौर पर गैर-सेवायतों को रथों के ऊपर चढ़ते हुए पाया गया है। भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहन भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों पर चढ़ने वाले गैर-सेवायतों की कुछ तस्वीरें और वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वायरल हो गए हैं।
वीडियो और तस्वीरों में पता चलता है कि कई गैर सेवायत रथों के ऊपर खुलेआम घूम रहे हैं। वे देवताओं के बिल्कुल नजदीक खड़े नजर आ रहे हैं। उनमें से कुछ को अलग-अलग फोटो पोज़ देते, देवताओं को छूते और गले लगाते देखा गया है। वे रथों के ऊपर रील भी बना रहे थे और उन्हें विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर पोस्ट कर रहे थे।
हालांकि श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने रथयात्रा के दौरान किसी भी गैर-सेवायतों को रथों पर चढ़ने की अनुमति नहीं देने के लिए सख्त दिशानिर्देश बनाए थे, लेकिन कई गैर-सेवायतों की उपस्थिति ने सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
ऐसी घटना से रथयात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। हालांकि रथों के पास सैकड़ों सुरक्षाकर्मी मौजूद थे, लेकिन यह हैरान करने वाली बात है कि गैर-सेवायत रथों पर चढ़ने में कैसे कामयाब रहे। हालांकि, सेवायतों का कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं है, मामला उतना गंभीर नहीं है।
वरिष्ठ सेवायत बिनायक दास महापात्र ने कहा कि रथयात्रा के दौरान सेवायतों के कुछ सहयोगियों को रथों के ऊपर चढ़ने की अनुमति दी जाती है। वे विभिन्न तरीकों से दैतापतियों और अन्य सेवायतों की मदद करते हैं। यहां तक कि कोविद के समय में भी उन्हें रथों पर चढ़ने की इजाजत थी। इस मामले में चिंतित होने की कोई बात नहीं है।