इण्डो एशियन टाइम्स, कटक।
भुवनेश्वर में डेंगू संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए अब कटक में जिला प्रशासन और अन्य एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गईं हैं। आमतौर पर मानसून के मौसम में डेंगू के मामले बढ़ते हैं।
कटक नगर निगम (सीएमसी) की सहायता से पूरे जिले में स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। इस संबंध में रणनीति बनाने के लिए सीएमसी मुख्यालय में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। इस दौरान यह सुनिश्चित करने के लिए चर्चा की गई कि लोग अपने-अपने घरों के आसपास के वातावरण को साफ रखें और यह सुनिश्चित करें कि कठोर सतहों वाली वस्तुओं में बारिश का पानी जमा न हो। ऐसे ही जगहों पर जमे पानी में एडीज एजिप्टी मच्छरों की संख्या बढ़ती है।
इसके अलावा, लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने और अन्य दिशानिर्देशों को लागू करने के लिए आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को भी लगाया जाएगा। हालांकि कटक जिले में डेंगू के मामले पाए गए हैं, लेकिन शहर से अब तक कोई मामला सामने नहीं आया है।
सीएमसी के मेयर सुभाष सिंह ने कहा कि पिछले साल हम शून्य हताहत सुनिश्चित करने में सफल रहे थे। हमने एक आपातकालीन बैठक बुलाई थी और इसमें एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ने भी भाग लिया था। हम एक महीने में चार दिन शुष्क दिवस के रूप में मनाएंगे। वार्ड-वार जागरूकता पैदा करने और झाड़ियां काटने के उपायों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
एससीबी आपातकालीन अधिकारी, बीएन महाराणा ने कहा कि भुवनेश्वर में पहले से ही मामले बढ़ रहे हैं। हमने 100 बिस्तरों का प्रावधान किया है। हम अस्पताल के ब्लड बैंक को आपातकालीन आधार पर प्लेटलेट्स उपलब्ध कराने का निर्देश देंगे।