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आर्थिक अपराध शाखा ने अब तक पांच लोगों को कर चुकी है गिरफ्तार
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कृषि उपकरणों के लिए 16 करोड़ रुपये की सरकारी सब्सिडी का हुआ दुरुपयोग
इण्डो एशियन टाइम्स, भुवनेश्वर।
आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू), भुवनेश्वर ने कृषि उपकरणों के लिए 7.16 करोड़ रुपये की सरकारी सब्सिडी का दुरुपयोग करने के आरोप में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान विद्याधर बेहरा के रूप में बताई गई है और उसे भद्रक से गिरफ्तार किया गया। इससे पहले मामले में मुख्य आरोपी श्रीनाथ राणा समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
इससे संबंधित एक मामला मेसर्स वरुशप्रिया एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड, बेंगलुरु के निदेशक केजी श्रीचरण द्वारा दायर की एक शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था। आरोप लगाया गया था कि राणा पहले उक्त कंपनी में क्षेत्रीय प्रबंधक के रूप में कार्यरत था और उन्होंने कंपनी की लॉगिन आईडी का धोखाधड़ी से उपयोग करके सरकार द्वारा दी गई 5 करोड़ रुपये की सब्सिडी राशि का दुरुपयोग किया।
बताया जाता है कि साल 2017 से 2021 तक आरोपी श्रीनाथ राणा (मैसर्स तारिणी ऑटो एजेंसी, बालेश्वर के मालिक) मेसर्स वरुशप्रिया एग्रोटेक प्राइवेट लिमिटेड के अधिकृत डीलर भी था। इस दौरान उन्होंने शिकायतकर्ता फर्म की जानकारी के बिना, वर्तमान आरोपी विद्याधर बेहरा, कल्पना मोटर्स, चरम्पा, भद्रक के मालिक और अन्य के साथ आपराधिक साजिश रची।
उन्होंने फर्जी इंजन और चेसिस नंबर को दिखाया कि उनकी एजेंसियों द्वारा बेची गई है। इसके बाद ओडिशा के 18 जिलों में समान संख्या में किसानों/लाभार्थियों के नाम और फोटो के साथ 556 से अधिक धान ट्रांसप्लांटर्स का विवरण धोखाधड़ी से सरकारी वेबसाइट पर अपलोड किया था।
इस प्रक्रिया में उन्होंने किसानों को ट्रांस-प्लांटर्स की आपूर्ति को लेकर सरकार से किसानों/लाभार्थियों के पक्ष में लगभग 7.16 करोड़ रुपये की सब्सिडी राशि जारी करवाने में कामयाब रहे।
ईओडब्ल्यू ने एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि लाभार्थी किसानों के खातों में सब्सिडी राशि क्रेडिट होने के तुरंत बाद आरोपी व्यक्तियों ने लाभार्थियों को पहले से तय टोकन राशि देकर सब्सिडी राशि ले ली। ईओडब्ल्यू ने बताया कि ट्रांस-प्लांटर की कीमत 2.33 लाख रुपये से लेकर 3 लाख रुपये तक है। प्रत्येक मशीनरी के लिए राज्य सरकार 93,320 रुपये से लेकर 1.50 लाख रुपये तक की सब्सिडी राशि जारी कर रही थी।
Posted by: Desk, Indo Asian Times