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चंदका जंगल में रात में मिलेगी सफारी की सुविधा तथा सफारी परिसर भी होगा
इण्डो एशियन टाइम्स, भुवनेश्वर।
पशु प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है। ओडिशा की राजधानी स्थित नंदनकानन चिड़ियाघर को और भी विकसित किया जाएगा। इसमें अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कई सुविधाएं शामिल होंगी और कई अन्य जीवों को अन्य पूर्वोत्तर तथा विदेशों से लाने की योजना है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कल शुक्रवार को भुवनेश्वर में नंदनकानन चिड़ियाघर को विश्वस्तरीय सुविधा में बदलने के लिए वन विभाग के एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह परियोजना ओडिशा सरकार की 5-टी पहल के तहत शुरू की जाएगी।
यह प्रोजेक्ट दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहला चरण 2025 तक पूरा हो जाएगा, जबकि दूसरा चरण 2028 तक पूरा होने का लक्ष्य है। पहले चरण में चिड़ियाघर और वनस्पति उद्यान विकसित किया जाएगा, वहीं दूसरे चरण में चंदका जंगल विकसित किया जाएगा जिसमें रात में भी शामिल होगी सफ़ारी और सफारी परिसर।
चिड़ियाघर में एक आधुनिक अग्रभाग और भूदृश्य, एक सुरंग मछलीघर, एक जल पक्षी विहार और विशाल बाड़े होंगे। यह छात्रों के लिए प्रकृति, जानकार स्रोतों का अध्ययन करने के लिए एक केंद्र के रूप में काम करेगा।
कुछ स्कूलों में गतिविधि आधारित चिड़ियाघर, प्रकृति शिक्षा के साथ-साथ नंदनकानन क्लब और चिड़ियाघर ऐम्बैसडर कार्यक्रम भी होंगे। इसके अलावा सिटीजन साइंस, नो योर ट्रीज आदि विभिन्न गतिविधियां की जाएंगी। बच्चों के लिए विशेष इंटर्नशिप और चिड़ियाघर स्वयंसेवक कार्यक्रम भी होंगे।
नंदनकानन चिड़ियाघर में वर्तमान में स्तनधारियों की 48 प्रजातियां, पक्षियों की 77 प्रजातियां, सरीसृपों की 30 प्रजातियां और उभयचरों की छह प्रजातियां हैं। यहां 161 प्रजातियों के कुल 4,012 जानवर हैं। अब देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से और अधिक जानवरों को लाने की योजना बनाई जा रही है। देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र से हूलॉक गिब्बन, सुअर-पूंछ वाले मकाक, एक सींग वाले गैंडे, कैप्ड लंगूर, चश्माधारी बंदर, क्लाउडेड तेंदुए आदि को लाने का प्रस्ताव है। आस्ट्रेलिया से कैसोवरी, कंगारू, वालबी आदि लाने का भी प्रस्ताव है।
Reported by Indo Asian Times, Bhubaneswar