
भुवनेश्वर। श्री जगन्नाथ संस्कृति और ओड़िया शास्त्रीयनृत्य को और अधिक लोकप्रिय बनाने हेतु स्थानीय सांस्कृतिक उत्थान से जुड़ी संस्था भुवनेश्वर भंजभारती के सौजन्य से प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी स्थानीय जयदेवभवन में 22 जून को सायंकाल लीलामय नीलाद्रीश कार्यक्रम आयोजित हुआ। बतौर समारोह के मुख्य अतिथि के रुप में स्वामी सत्यप्रज्ञानंद सरस्वती तथा सम्मानित अतिथि के रुप में ओडिशा विधानसभा के अवकाशप्राप्त सचिव दासरथी सतपथी, भुवनेश्वर भंजभारती के अध्यक्ष नीलाद्रि मोहन सतपथी तथा सचिव कृष्णकेशव षाड़ंगी आदि ने योगदान किया।

समारोह के मुख्य अतिथि स्वामी सत्यप्रज्ञानंद सरस्वती ने एक जगन्नाथ भजन गाकर सभी को अपने संबोधन के माध्यम से जगन्नाथ चेतना के विषय में बताया। इस अवसर पर ओडिशी भजन गायिका श्रीमती महापात्र मिनती भंज तथा उनके साथ वाद्ययंत्र पर संगत देनेवाले प्रो.जगन्नाथ कुंवर की प्रस्तुति सराहनीय रहीं।वही ओडिशी नृत्यांगना सुश्री त्विशा प्रियंवदा की ओडिशी नृत्य की प्रस्तुति काफी प्रशंसनीय रही। कार्यक्रम में भुवनेश्वर भंजभारती के प्राणप्रतिष्ठाता स्वर्गीय जयदेव षाडंगी की तस्वीर पर पुष्पांजलि देकर मंचासीन मेहमानों ने उनको याद किया। स्वागत भाषण दिया नीलाद्रि मोहन सतपथी ने, जबकि की-नोट ऐड्रेस दिया डॉ कृष्ण केशव षाडंगी ने। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष भुवनेश्वर भंजभारती की ओर से यह कार्यक्रम पुरी में भगवान जगन्नाथ के गुण्डीचा यात्रा जाने की पहली शाम में भुवनेश्वर में आयोजित होता है।
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