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भीषण गर्मी एवं उमश के चलते 200 से अधिक श्रद्धालु हो गए थे मुर्छित
पुरी। पुरी जगन्नाथ धाम में मंगलवार को निकाली गई विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के दौरान बलभद्र जी के रथ खींचने को लेकर मची होड़ के दौरान हुई धक्कम-धक्का में घायल सभी श्रद्धालु स्वस्थ होकर वापस घर लौट गए हैं। पुरी जिला सदर अस्पताल से बुधवार को मिली जानकारी के मुताबिक अस्पताल पहुंचे अधिकांश भक्त भीषण गर्मी एवं उमश के कारण मुर्छित हो गए थे, जबकि रथ खींचने के लिए आगे निकलने की होड़ में गिर जाने से कुछ श्रद्धालुओं के पैर में मोच आ गई थी। इन सभी श्रद्धालुओं को अस्पताल में उपचार को बाद छोड़ दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक घायलों में जाजपुर कलिंगनगर के अशोक कुमार पात्र के पैर में मोच आ गई थी, जबकि बौद्ध जिले के रहने वाले कान्हा मेहेर का हाथ टूट गया था। आदित्य (आन्ध्र प्रदेश) के पैर में मोच आ गई थी। संतोष कुमार बेहरा (भुवनेश्वर) पैर में मोच, शशिकांत माझी (भद्रक) सिर में चोट, चेतन प्रकाश (भुवनेश्वर) पैर में मोच आ गई थी। इन्हें बलभद्र जी के रथ खींचने को लेकर मची होड़ के दौरान हुई धक्कम-धक्का में नीचे गिर जाने से चोट लगी थी।
उसी तरह से गंजाम जिले की हुमा की संध्या रानी साहू, हरियाणा की निर्मला देवी, टिपाशंकर सिंह (जमशेदपुर), मीना सरकार (झारखंड), मानस चन्द्र मीठी (पश्चिम बंगाल), एस. बालपुरान (आन्ध्र प्रदेश), पिंटू सरकार (उत्तर चौबीस परगना, पश्चिम बंगाल), कविता दत्त बिहार, कालिंदी साहू अनुगूल, प्रसन्न मलिक (सुन्दरगढ़), पूजा मल्लिक (गंजाम), पीताम्बर साहू (बारिपदा), ज्योति प्रकाश दास (जगतसिंहपुर), महेन्द्र बाग (रायगड़ा), गोलक बेहेरा (अनुगूल) आदि भीषण गर्मी एवं उमश के कारण मुर्छित हो गए थे, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया है। इसके अलावा पुरी के भागीरथी जेना का अचनाक सिर चकरा जाने से वह नीचे गिर गए थे। शेषदेव सेक (सम्बलपुर), केशव मलिक (बालेश्वर), मिनती नायक (भद्रक), सुदाम बेहरा को समुद्र किनारे सनस्टोक, चन्द्रशेखर महापात्र को कटक मंदिर के पास सनस्टोक एवं मध्य प्रदेश की सरस्वती दूबे को समुंद्र किनारे सनस्ट्रोक होने से उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया थ। इस तरह से भीषण गर्मी एवं उमश के कारण लगभग 200 लोग अस्पताल पहुंचे थे।
पुरी जगन्नाथ मंदिर के मुख्य प्रशासक रंजन कुमार दास ने कहा है कि घायल सभी श्रद्धालु ठीक हैं। भीषण गर्मी के कारण कुछ श्रद्धालु बेहोश हो गए थे, मगर प्राथमिक उपचार के बाद सभी को छोड़ दिया गया है। वहीं बलभद्र जी के रथ खींचने के दौरान रथ खींचने के लिए आगे बढ़ने की होड़ में कुछ श्रद्धालु घायल हो गए थे। सभी श्रद्धालुओं को उपचार के बाद छोड़ दिया गया है।