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संबलपुर और अनुगूल में हाथियों का तांडव
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कई घरों को भी पहुंचाया नुकसान
संबलपुर/अनुलूग। ओडिशा में संबलपुर और अनुगूल जिले में हाथियों के हमले में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घरों को नुकसान पहुंचा है। हाथियों के हमले से मौत को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है। जान-माल का यह नुकसान ऐसे समय में हुआ है, जब हाल ही में सिमिलिपाल में शिकारियों द्वारा दो वनकर्मियों की हत्या के खिलाफ वन विभाग के कर्मचारी सांकेतिक विरोध पर हैं।
जानकारी के अनुसार, आंदोलनकारी वन विभाग के अधिकारी अपने सांकेतिक विरोध के तहत पेट्रोलिंग ड्यूटी से परहेज कर रहे हैं। नतीजतन, जंगल से जंगली हाथी भटककर राज्यभर के कई गांवों और शहरी इलाकों में आ रहे हैं, जिससे जान-माल का व्यापक नुकसान हो रहा है।
इधर, राजधानी भुवनेश्वर के बाहरी इलाके में जंगली हाथी कल शिखरचंडी पहाड़ी के पास भरतपुर के जंगल से भटक गए थे और वे इलाके में आतंक का राज फैला रहे थे। झुंड ने गणेश विहार इलाके में रास्ते में आने वाली हर चीज को नष्ट कर दिया। हालांकि स्थानीय लोगों ने वन अधिकारियों को लूटपाट करने वाले हाथियों के बारे में सूचित किया, लेकिन यह अनसुना कर दिया गया। वन अधिकारियों ने चल रहे विरोध के कारण हाथियों को भगाने के लोगों के अनुरोध पर कोई ध्यान नहीं दिया।
इस बीच, संबलपुर और अनुगूल जिलों में विभिन्न स्थानों पर हाथियों के हमले में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। संबलपुर में जुजुमुरा रेंज के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 55 के किनारे एक ढाबे के मालिक को एक हाथी ने कुचल दिया। जिले के बड़माला रेंज के बूढ़ीखामर गांव में हाथी के हमले में एक और व्यक्ति की मौत हो गयी। इसी तरह, हाल ही में अनुगूल जिले के बंटाला फॉरेस्ट रेंज इलाके में जंगली हाथियों ने दो लोगों को मार डाला।