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सुरेश कमानी ने दी हिन्दू नववर्ष पर समाज के सदस्यों को शुभकामनाएं
कटक. चैत्र प्रतिपदा हिन्दू नववर्ष पर उत्कल प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन कटक शाखा ने सपरिवार सम्पूर्ण हिन्दू समुदाय,मारवाड़ी समुदाय को हार्दिक शुभकामनाएं दी है. शाखा के अध्यक्ष सुरेश कमानी ने अपने संदेश में कहा है कि आप सभी के घर सुख, समृद्धि, वैभव,कुबेर महालक्ष्मी जी का वास हो. पृथ्वी के ज्यादातर भाग में आज कोरोना महामारी फैल गई है. इस बात से हम सभी भलीभांति अवगत हैं, जो कि महा विनाशकारी है.
इससे बचने के लिए सिर्फ ओर सिर्फ एक ही उपाय और एक ही दवा है, वह है घरों में बंद रहना. हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हमारे देश के नागरिकों को की रक्षा के लिए इस भयावह महामारी का एक ही इलाज बताकर सभी को घर पर ही अपने परिवार के साथ रहने की अपील की है. घर से बाहर ना निकलने ही राम बाण दवा है. इसे हमें हर हाल सहर्ष ग्रहण करना है. अगर इस दवा को लेने में चूक हुई तो अनर्थ, विनाश सत्त प्रतिशत संभव है. इसलिए हमारा पुनः आग्रह है हम सभी को ना ही घर से निकलना है तथा पड़ोसी, रिश्तेदारों को भी फोन कर बार-बार याद दिलाकर टोकते रहना है तथा घर के बाहर जाने से रोकते रहना है।
एक विशेष अनुरोध है कि हिन्दू नववर्ष का पालन हम सभी सायं 6 बजे से घर के छतों, बालकनी, चऊबारे, खिड़की तथा घरों के द्वार पर कम से कम 11 दीपक जलाकर हमारे पुराने जमाने की यादों को ताजा करें. पुरानी संस्कृति को वापस उजाकर करें. आज सुबह से ही घर में सभी बड़े छोटे यानी की बच्चों सहित मिलजुल कर घर के कोने कोने तक की साफ-सफाई घर के सभी सदस्य मिलकर करें. एक अद्भुद अनुभूति, प्रसन्नता का एहसास होगा. आपसी प्रेम उमड़ पड़ेगा. सिर्फ आपको भाव से इस कार्य को सहर्ष करना यह सुअवसर 21 दिनों तक हिन्दू नववर्ष पालन करने का ऐसा अवसर फिर कभी नहीं आने वाला और ना कभी आयेगा दीपक की रोशनी से हर घर को जगमगाने का. इस रौशनी से सभी कारोना जीवाणु नष्ट हो जायेंगे.
घरों के दरवाजे के अंदर नहीं जा पाएंगे. यह तो अनायास ही ईश्वर की कृपा से आज हिन्दू महापर्व का आगमन बहुत ही बढ़िया, सुअवसर प्राप्त हुआ है. इसे महाप्रभु जगन्नाथ का विशेष आशीर्वाद मानकर घर-घर दीप जलाकर इस कोरोना रूपी राक्षस को भगाएं. घर-घर दीप जलाएं इससे सभीकार्यरत पुलिस महकमे, डॉक्टर्स, नर्स, कंपाउंडर अन्य सफाई कर्मचारियों में नई ऊर्जा का संचार होगा. हो सके तो उन्हें कुछ मिठाई खिलाकर, उपहार देकर उनका सम्मान करें, वे अवश्य खिल उठेंगे.