पुरी। महाप्रभु श्री जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा का नवयौवन दर्शन 19 जून को होगा। देवस्नान पूर्णिमा पर औपचारिक स्नान के बाद भाई-बहन के साथ महाप्रभु श्री जगन्नाथ बीमार की भूमिका में है और अणसर घर में उनका प्राकृतिक इलाज चल रहा है। बताया गया है कि वे 19 जून को नवयौवन में दर्शन देंगे।
इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के श्रीमंदिर में आने की उम्मीद है। इसलिए श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने मंदिर में परेशानी मुक्त दर्शन सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत व्यवस्था की है। तय कार्यक्रम के अनुसार प्रमाणिक दर्शन सुबह 8 से 9 बजे तक, जबकि आम लोगों को सुबह 9 बजे से 11 बजे तक दर्शन की अनुमति होगी। एसजेटीए ने कहा कि प्रमाणिक दर्शन के लिए 7,000 टिकट बेचे जाएंगे और प्रत्येक टिकट की कीमत 100 रुपये तय की गई है। टिकट वाले श्रद्धालुओं को प्रमाणिक दर्शन के लिए दक्षिण द्वार से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि 4 जून को भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहन भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा स्नानयात्रा के बाद 15 दिनों के लिए अणसर में हैं। इसलिए यहां सार्वजनिक दर्शन की अनुमति नहीं होती लोक मान्यता के अनुसार, स्नानयात्रा के बाद देवताओं को बुखार हो जाता है और गर्भगृह में वापस नहीं आते हैं।