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राजकोषीय अधिशेष 8.91 करोड़ रुपये रहने का अनुमान
पुरी। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति ने आज अपनी बैठक में वर्ष 2023-24 के वार्षिक बजट को मंजूरी दे दी। यह बजट फायदे का बजट है। बताया गया है कि बजट में कमाई (रसीदें) 271.07 करोड़ रुपये आंकी गई है, जबकि खर्च 262.16 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया है। यह राजकोषीय अधिशेष बजट है। राजकोषीय अधिशेष 8.91 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक रंजन कुमार दास ने बैठक के बाद पत्रकारों को यह जानकारी दी।
दास ने कहा कि मुख्य रूप से आय के स्रोत में हुंडी, दान, भूमि अधिग्रहण मुआवजा, भक्त निवास से होने वाली आय और अन्य विविध स्रोतों से प्राप्तियों को सूचीबद्ध किया गया है।
इसी प्रकार व्यय के अन्तर्गत स्नानयात्रा, रथयात्रा जैसे विभिन्न पर्वों के अनुष्ठानों के पालन एवं संचालन पर व्यय, पलिया सेवायतों की सेवाओं के लिए पारिश्रमिक, विभिन्न भक्त निवासों का रख-रखाव एवं संचालन, सेवक कल्याण योजना, सेवक आवास योजना और गुरुकुल योजना को शामिल किया गया है।
एसजेटीए के मुख्य प्रशासक ने बताया कि सेवक आवास योजना के तहत खर्च करने के लिए 3.50 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जबकि गुरुकुल योजना के लिए 5 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं।
साथ ही भगवान श्री जगन्नाथ की महिमा के प्रचार-प्रसार के लिए राशि का आवंटन किया गया है।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति की बैठक की अध्यक्षता पुरी के राजा गजपति महाराज दिब्यसिंह देव ने की। बैठक में पुरी के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, प्रबंध समिति के सभी सदस्य और मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए थे।