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संस्थापक प्रो अच्युत सामंत ने की घोषणा
प्रो सामंत ने कहा कि कोविद-19 के दौरान, कीट उन सैकड़ों छात्रों की मदद के लिए आगे आया, जिन्होंने वैश्विक महामारी में अपने माता-पिता को खो दिया था। उन्हें मुफ्त शिक्षा दी, कोविद रोगग्रस्त परिवार के सदस्यों को नौकरी दी और विभिन्न माध्यमों से आम लोगों की मदद की। इस मानवीय भाव को जारी रखते हुए, कीट ट्रेन दुर्घटना के ओडिशा के पीड़ितों की मदद और समर्थन के लिए आगे आया है।
गौरतलब है कि 2 जून को बालेश्वर जिले के बाहनगा में ओडिशा ट्रेन दुर्घटना दशकों में भारत की सबसे घातक ट्रेन दुर्घटना थी, जिसमें 288 लोग मारे गए थे, जिनमें से 39 ओडिशा के थे।
प्रो सामंत ने हादसे में जीवन को बचाने हेतु स्थानीय लोगों के प्रयास के लिए धन्यवाद और उनकी प्रशंसा की। उन्होंने ओडिशा के माननीय मुख्यमंत्री नवीन पटनायक जी के नेतृत्व में ओडिशा सरकार के प्रयासों की भी सराहना की जिसके चलते हजारों लोगों की जान बचाई जा सकी। कीट और कीस विश्वविद्यालय ने दुर्घटना में मरने वाली दिवंगत आत्माओं के लिए प्रार्थना करते हुए पीड़ितों के परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त करता है तथा रेल हादसे में मरे पीड़ित परिवारों को सहायता प्रदान करने का भरोसा जताता है, जिससे उनके बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके।