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शरीर पर नहीं मिले चोट के निशान
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दुर्घटना के दौरान ओवरहेड तार टूटकर गिरे थे डिब्बों पर
भुवनेश्वर/बालेश्वर। बालेश्वर जिले में हुए रेल हादसे के दौरान 40 यात्रियों की मौत करंट लगने से हुई थी। उनके शरीर पर किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं हैं। बताया जाता है कि हावड़ा-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस और यशवंतपुर (बेंगलुरु)-हावड़ा एक्सप्रेस और एक खड़ी मालगाड़ी के बीच दुर्घटना के दौरान ओवरहेड तार टूटकर डिब्बों पर गिर गए थे, जिससे इनकी मौत हुई। बालेश्वर के पुलिस उपनिरीक्षक पी कुमार नायक ने प्राथमिकी में कहा कि कई यात्रियों की मौत चोट लगने और ऊपर से जा रहे तारों के संपर्क में आने से करंट लगने की वजह से हुई है। अधिकारियों ने कहा कि दुर्घटना के बाद डिब्बों के पलटने से बिजली के खंभे गिर पड़े, जिससे ऊपर से जा रहे तार टूट गए।