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सिग्नलिंग प्रणाली के साथ जानबूझकर छेड़छाड़ की संभावना
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खुर्दा रोड रेलवे के डीआरएम ने किया दावा
भुवनेश्वर। बालेश्वर जिले के बाहनगा में कोरोमंडल एक्सप्रेस को हरी झंडी मिल गई थी। इसके बाद ही कोरोमंडल ट्रेन आगे बढ़ी। इस दौरान सिग्नलिंग प्रणाली से जानबूझकर छेड़छाड़ किए जाने की संभावना है।
मीडिया से बात करते हुए यह दावा करते हुए खुर्दा रोड रेलवे के डीआरएम रिंकेश रॉय ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव की वजह से ट्रेन हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि दुर्घटना में शामिल ट्रेनों में से एक चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट से बात करने के बाद पता चला कि उन्हें हरी झंडी मिल गई थी। उन्हें संदेह था कि सिग्नलिंग प्रणाली के साथ जानबूझकर छेड़छाड़ हो सकती है।
रॉय ने कहा कि लाइन क्लियर होने की पुष्टि के बाद ही हरी झंडी दी जाती है। सिग्नल भेजने का पूरा सिस्टम होता है और जब हमने डेटा लॉगर चेक किया तो पता चला कि लोको पायलट और एपीएल को ग्रीन सिग्नल मिल गया था।
रॉय ने कहा कि इसी कारण रेलवे ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की है, जो भी इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि ओडिशा के बालेश्वर जिले के बाहनगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार की शाम हुए रेल हादसे में 275 लोगों की मौत हो गई, जबकि 1,000 से अधिक घायल हो गए।