भुवनेश्वर। राजधानी स्थित स्थानीय वाणी क्षेत्र जगन्नाथ मंदिर की ओर से देवस्नानपूर्णिमा अनुष्ठित हुई। मंदिर के संस्थापक प्रोफेसर अच्युत सामंत ने देवस्नान मण्डप पर राजा की पोशाक में जाकर चतुर्धा देवविग्रह की पूजा अर्चना की। अपना आत्मनिवेदन प्रस्तुत किया तथा छेरापंहरा किया। इसके पूर्व चतुर्धा देवविग्रह को 108 कलश जल से महास्नान कराया गया, जिसमें 35 कलश जल से जगन्नाथ जी को, 33 कलश जल से बलभद्र जी को, 22 कलश जल से सुभद्रा जी को और 18 कलश जल से सुदर्शनजी को स्नान कराया गया। उसके उपरांत देवविग्रहों को गजानन वेश में सुशोभित किया गया। सभी ने चतुर्धा देवविग्रहों के दर्शन किए।
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