-
रात में भी घटनास्थल पर डटे रहे अश्विनी वैष्णव
-
राहत अभियान में जुटे कर्मचारियों का हौसला अफजाई की
-
थकने के बाद कुर्सी नहीं जमीन पर बैठकर दिया साथ
गोविंद राठी, बालेश्वर।
रेल हादसे के बाद विपक्ष की बयानबाजी पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव की कार्यशैली भारी पड़ी। हादसे के बाद यहां पहुंचे रेलमंत्री घटनास्थल पर ही डेरा डाले हुए हैं। शनिवार की रात में भी वह घटनास्थल पर ही डटे रहे और राहत और बचाव के मरम्मत कार्य में जुटे कर्मचारियों का हौसला अफजाई करते रहे।
खड़े-खड़े और पटरियों पर चलते-चलते थकने के बाद रेलमंत्री जमीन पर बैठे देखे गए। उनके साथ-साथ रेलवे के सभी आलाधिकारी भी मौके पर डटे हुए हैं। बचाव अभियान पूरा होने के बाद रेलवे का पूरा फोकस अब ट्रैक आवागमन लायक करने पर है। जिस हिसाब से काम चल रहा है, उससे उम्मीद जताई जा रही है कि 24 घंटे के अंदर एक लाइन की मरम्मत पूरी कर दी जाएगी, जिससे कि इस ठप पड़े इस रूट को चालू किया जा सके।
केन्द्रीय रेल तथा सूचना प्रौद्यगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव व केन्द्रीय शिक्षा, कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री धर्मन्द्र प्रधान ने आज बालेश्वर जिले के बाहनगा रेलवे स्टेशन के पास रेस्टोरेशन कार्य की जानकारी ली।
सोशल मीडिया रेलमंत्री की तस्वीर व वीडियो वायरल
हादसे के बाद से रेलमंत्री की कार्यशैली पर लोग फिदा हो गए हैं। कैमरों में कैद रेल के डिब्बे के अंदर से बाहर निकलते हुए वीडियो और रात में जमीन पर बैठे रेल मंत्री की तस्वीरे वायरल हो रही है। लोग उनकी इस कार्यशैली की सराहना कर रहे हैं।
अगर ऐसा मंत्री इस्तीफा देगा तो काम कौन करेगा
रेलमंत्री की तत्परा को देखते हुए सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि अगर ऐसे मंत्री इस्तीफा देंगे, तो कौन जमीन पर बैठकर काम करेगा। लोगों का मानना है कि हादसे तो इससे पहले भी हुए हैं। विपक्ष के शासन में भी हुए हैं, लेकिन किसी भी रेलमंत्री को इस तरह से काम करते हुए नहीं देखा गया है।