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उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों के सभी प्राचार्यों को लिखा पत्र
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पूर्व के आदेशों का पालन नहीं करने का हवाला दिया
भुवनेश्वर। उच्च शिक्षा विभाग ने लापरवाही को लेकर राज्यभर के 233 कॉलेजों के प्रिंसिपल और हेड क्लर्क के मई महीने के वेतन के भुगतान पर रोक दी है। बताया गया है कि इन सभी पर सरकार आदेशों का पालन नहीं करने का आरोप है।
विभाग ने उन कॉलेजों के सभी प्राचार्यों को लिखे पत्र में विभाग के सहायक निदेशक द्वारा बार-बार याद दिलाने के बाद भी पूर्व के आदेशों का पालन नहीं करने का हवाला दिया है। पत्र में लिखा गया है कि बार-बार याद दिलाने के बाद भी सहायक निदेशक के पत्रों के जवाब में आवश्यक जानकारी प्रस्तुत करने में आप विफल रहे हैं। यह उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने में विफलता के साथ-साथ आपकी ओर से सरकारी कर्तव्य के निर्वहन में घोर लापरवाही को दर्शाता है।
विभाग ने प्राचार्यों को निर्देश दिया कि वे स्वयं के साथ-साथ संबंधित महाविद्यालयों के प्रधान लिपिक/लिपिक का माह मई 2023 का वेतन/पारिश्रमिक तब तक आहरित एवं जारी न करें, जब तक कि आदेशों का अनुपालन नहीं किया जाता है और विभाग से मंजूरी नहीं दी जाती है।
पत्र के अनुसार, अनुगूल से पांच, बालेश्वर से 12, बरगढ़ से 16, भद्रक से एक, बलांगीर से 23, बौध से एक, कटक से 24, देवगढ़ से तीन, ढेंकानाल से 13, गजपति से चार, गंजाम से 18, जगतसिंहपुर से 12 कॉलेज शामिल हैं। जाजपुर से 13, झारसुगुड़ा से छह, कलाहांडी से पांच, कंधमाल से एक, केंद्रापड़ा, मयूरभंज, खुर्दा और केंदुझर से छह-छह, कोरापुट से पांच, मालकानगिरि से एक, नवरंगपुर से दो, नयागढ़ से सात, नुआपड़ा से एक, पुरी से नौ, रायगड़ा से तीन, संबलपुर से सात, सोनपुर से एक और सुंदरगढ़ से पांच कॉलेज शामिल हैं।