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कटक मारवाड़ी समाज के फैसले की निंदा

  •  वरिष्ठ समाजसेवियों ने सामाजिक बहिष्कार के आह्वान को छोटी सोच बताया

  •  कानून का दरवाजा खटखटाएंगे शशिकांत शर्मा

  •  सीएमएस सदस्यता के निलंबन को कायराना हरकत बताया

  •  कहा-संस्थागत फैसले लेने का है अधिकार, सामाजिक बहिष्कार का नहीं

कटक। कटक मारवाड़ी समाज (सीएमएस) के वरिष्ठ सदस्य शशिकांत शर्मा की सदस्यता से बर्खास्तगी के बाद सामाजिक बहिष्कार के आह्वान को लेकर अंदरखाने में विरोध शुरू हो गया है। लोगों ने कटक मारवाड़ी समाज के द्वारा सामाजिक बहिष्कार का फतवा जारी करने की निंदा की है और इस सोच को छोटी सोच करार दिया है।

कटक मारवाड़ी समाज के पूर्व वरिष्ठ सदस्य शशिकांत शर्मा ने सदस्यता के निलंबन को कायराना हरकत करार देते हुए कहा कि वह सामाजिक बहिष्कार के आह्वान के खिलाफ कानून का दरवाजा खटखटाएंगे। उन्होंने कहा कि संस्थागत बहिष्कृत करने का निर्णय लेने का अधिकार हो सकता है, लेकिन लोकतंत्र में किसी को सामाजिक तौर पर बहिष्कृत करने के लिए फतवा जारी करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि वह कटक मारवाड़ी समाज के इस फैसले के खिलाफ कानून का दरवाजा खटखटाएंगे तथा उचित कार्रवाई की मांग करेंगे। शर्मा ने कहा कि कटक मारवाड़ी समाज के अंदर की बुराइयों के खिलाफ उठाई गई आवाज को दबाने के लिए उनकी सदस्यता रद्द की गई। शर्मा ने कहा कि कई कार्यक्रमों के दौरान की गई हरतकों को लेकर माफी मांगने की जगह उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया गया है तथा बीते 21 मई को आम सभा में मेरी नाटकीय तरीके सदस्यता रद्द कर दी गई। शशिकांत शर्मा ने कहा कि उन्हें डर था कि आगामी निर्वाचन में उनके लिए काल न बना जाऊं।

इधर, कटक मारवाड़ी समाज द्वारा आयोजित आमसभा में शशिकांत शर्मा की सदस्यता रद्द करने घटना को लेकर पूरे कटक शहर में चर्चा जोरों है। कटक मारवाड़ी समाज के कई वरिष्ठ समाजसेवी, गणमान्य व्यक्ति इस घटना को शर्मनाक बता रहे हैं। कुछ लोगों ने कहा कि कटक मारवाड़ी समाज द्वारा किए गए सभी सामाजिक कार्य अब बेकार होता नजर आ रहा है। लोगों का कहना है कि कटक मारवाड़ी समाज द्वारा कई सामाजिक कार्य होते रहे हैं, लेकिन अपने ही समाज के सदस्यों के साथ मतभेद और सच बोलने वाले की सदस्यता रद्द करना कटक मारवाड़ी समाज के लिए बहुत ही शर्मनाक घटना है।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले कटक मारवाड़ी समाज की ओर से जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया था कि 267 व्यक्तियों के सामने शशिकांत शर्मा की सदस्यता रद्द की गई, जबकि कटक मारवाड़ी समाज के कुछ सदस्यों का दावा है कि उस आमसभा में लगभग 140 लोग ही उपस्थित थे, जबकि कटक मारवाड़ी समाज के सदस्य सात हजार से अधिक हैं। इस घटना को लेकर कई लोगों ने कहा कि कटक मारवाड़ी समाज को बर्बाद करने में दो-तीन लोग ऐसे हैं, जो निरंतर इधर-उधर के कामों में लगे रहते हैं, जिनका सामाजिक सरोकार कुछ नहीं है।

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