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सुदाम मरांडी को विद्यालय व जनशिक्षा विभाग
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सारदा नायक को मिली श्रम मंत्रालय की जिम्मेदारी
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राज्यपाल ने तीनों मंत्रियों को दिलाई शपथ
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के मंत्रिमंडल का आज विस्तार हो गया। इसमें तीन मंत्रियों को जगह मिली है। आज राज्यपाल डा गणेशी लाल ने तीनों मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद उनके विभागों का भी आवंटन कर दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, विक्रम केसरी आरुख को वित्त विभाग प्रदान किया गया है। सुदाम मरांडी को विद्यालय व जनशिक्षा विभाग प्रदान किया गया है। इसी तरह सारदा नायक को श्रम विभाग प्रदान किया गया है। लंबे समय से वित्त विभाग संभाल रहे निरंजन पुजारी से वित्त विभाग लेकर उसे विक्रम आरुख को दिया गया है। निरंजन पुजारी के पास स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग तथा संसदीय मामलों का विभाग रह गया है। नव किशोर दास की हत्या के बाद पुजारी को स्वास्थ्य विभाग का अतिरिक्त दायित्व प्रदान किया गया था।
इससे पहले आज सोमवार की सुबह निर्धारित समयानुसार, विक्रम केसरी आरुख, सारदा नायक व सुदाम मरांडी ने कैबिनेट मंत्री के रुप में शपथ ग्रहण की। लोकसेवा भवन के सम्मेलन कक्ष में राज्यपाल प्रो गणेशी लाल ने इन तीनों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलवायी। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ-साथ उनके मंत्रिमंडल के सदस्य तथा अनेक विधायक इस अवसर पर उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास की हत्या कर दी गई थी। इसके साथ-साथ दो अन्य मंत्री समीर रंजन दाश व श्रीकांत साहू ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। इस कारण नवीन मंत्रिमंडल में तीन स्थान रिक्त हुए थे।
विधानसभा अध्यक्ष के पद से पिछले दिनों विक्रम केसरी आरुख ने त्यागपत्र दे दिया था। तभी से इस बात के कयास लगाये जा रहे थे कि उन्हें दोबारा मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। विक्रम केसरी आरुख के साथ-साथ सारदा नायक व सुदाम मरांडी भी नवीन पटनायक मंत्रिमंडल में पहले रह चुके हैं।
गंजाम जिले के भंजनगर विधानसभा सीट से विक्रम केसरी आरुख लगातार छह बार विजयी होते आ रहे हैं। साल 2009 से वह नवीन मंत्रिमंडल में लगातार मंत्री भी थे। पिछले साल नवीन पटनायक ने अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान उन्हेंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया था और उन्हें विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया था।
सुदाम मरांडी को फिर से नवीन पटनायक ने मंत्रिमंडल में शामिल किया है। झामुमो से अपने राजनीतिक कैरियर शुरु कर दो बार विधायक व एक बार सांसद बनने के बाद सुदाम मरांडी ने बीजद का दामन थामा था। साल 2014 व 2019 से वह बीजद के टिकट पर मयूरभंज जिले के बांगरिपोसी विधानसभा सीट से विधायक के रुप में निर्वाचित होते आ रहे हैं। 2014 से 2017 तक नवीन पटनायक सरकार में राज्य मंत्री थे। साल 2019 से वह नवीन सरकार में कैबिनेट मंत्री के रुप में राजस्व विभाग संभाल रहे थे। नवीन पटनायक ने अपने पिछले मंत्रिमंडल के हुए फेरबदल में उन्हें मंत्री पद से हटा दिया था। अब उन्हें दोबारा मंत्री बनाया गया है।
राउरकेला से विधायक सारदा नायक तीन बार के विधायक रहे हैं। साल 2009 में वह नवीन पटनायक सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।