-
10वीं बोर्ड की परीक्षा में 96.19 फीसदी छात्र हुए पास
भुवनेश्वर। माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं की परीक्षा में बेटों को पछाड़ते हुए बेटियों ने बाजी मार ली है। ओडिशा बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (बीएसई) ने आज गुरुवार को मैट्रिक के बहुप्रतीक्षित परिणामों की घोषणा कर दी है। कुल पास प्रतिशत 96.19% है। पिछले साल 90.55% छात्र पास हुए थे।
ओडिशा स्कूल और जनशिक्षा मंत्री प्रमिला मल्लिक ने बीएसई अध्यक्ष रामाशीष हाजरा और आयुक्त-सह-सचिव आईएएस एस अश्वथी की उपस्थिति में बोर्ड के कटक कार्यालय में सुबह 10 बजे परिणामों की औपचारिक घोषणा की। बताया गया है कि इस साल पास रेट 94.40% है, जबकि लड़कियों की पास दर 97.05% और लड़कों का पास रेट 95.75% है।
कटक और जगतसिंहपुर में छात्रों का बेहतर प्रदर्शन
कटक और जगतसिंहपुर जिलों में छात्रों का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा। इन जिलों में प्रत्येक ने 97.99% पास प्रतिशत हासिल किया है। इस मामले में मालकानगिरि जिला 92.68% के साथ सबसे नीचे रहा।
परीक्षा छोड़ने वालों संख्या हुई दोगुना से अधिक
आंकड़ों के अनुसार पता चला है कि इस साल आयोजित परीक्षा को छोड़ने वालों छात्रों की संख्या पिछले साल की तुलना में दोगुना से अधिक थी। पिछले वर्ष 45,000 छात्रों ने परीक्षा छोड़ी थी। इसकी तुलना में इस वर्ष अनुपस्थित छात्रों की संख्या लगभग 11,302 थी। बोर्ड अगले सप्ताह से ऐसे छात्रों के साथ-साथ उनके माता-पिता के लिए परामर्श सत्र आयोजित करेगा और उन्हें ओपन स्कूल परीक्षा में शामिल होने जैसे विकल्प प्रदान करेगा, ताकि वे एक शैक्षणिक वर्ष बर्बाद न करें। उल्लेखनीय है कि 10 से 20 मार्च तक राज्यभर के 3,218 परीक्षा केंद्रों में आयोजित वार्षिक परीक्षा में 5.32 लाख छात्र उपस्थित हुए।
4,158 छात्र ए-1 ग्रेड में पास
मंत्री प्रमिला मल्लिक ने बताया कि इस वर्ष परीक्षा में शामिल होने वाले कुल छात्रों में से
4158 छात्रों को ए-1, 29838 को ए-2, 77567 को बी-1 और 118750 छात्रों को बी-2 ग्रेड मिले हैं।
1904 लड़कों ने 90% और उससे अधिक अंक प्राप्त किए
परीक्षा में कम से कम 1904 लड़कों ने 90% और उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं, जबकि 2254 लड़कियों ने 90% से अधिक अंक प्राप्त किया है।
पिछड़ी जाति में बेटियां आगे
बताया जाता है कि मैट्रिक में पिछड़ी जाति में बेटियां आगे निकल रही हैं। अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों में लड़कों का पास प्रतिशत 93.36% है, जबकि अनुसूचित जाति की लड़कियों ने एक बार फिर लड़कों को 95.08% से पछाड़ दिया है।
इसके अलावा, एसटी उम्मीदवारों में लड़कों का पास प्रतिशत 92.75% है, जबकि लड़कियों का पास प्रतिशत 95.66% है।
एक महीने में दर्ज करा सकते हैं शिकायत
बताया गया है कि छात्रों को यदि उन्हें अपने परिणामों के साथ कोई समस्या मिलती है, तो वे परिणाम प्रकाशित होने के एक महीने के भीतर परीक्षा नियंत्रक के पास अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। बोर्ड ने छात्रों के लिए एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया है जो सात दिनों के लिए चालू रहेगा। कंट्रोल रूम का नंबर 0671-2415460 है।
इस वर्ष पूरक परीक्षा की व्यवस्था
इस अवसर पर मंत्री मल्लिक ने कहा कि इस वर्ष पूरक परीक्षा की व्यवस्था की गयी है। आने वाले दिनों में सरकार इस बात पर फैसला लेगी कि परीक्षा पहले की तरह योगात्मक-1 और सबडिवाइड-2 पद्धति से कराई जाएगी या नहीं। मंत्री ने कहा कि इस साल नतीजों में सुधार हुआ है।
मूल्यांकन में कोई त्रुटि नहीं
जन शिक्षा सचिव अश्वथी एस ने पुष्टि की कि मूल्यांकन में कोई त्रुटि नहीं है। प्रेस कांफ्रेंस में बोर्ड अध्यक्ष रामाशीष हाजरा, उपाध्यक्ष डॉ निहार रंजन मोहंती, संपादक सुमिता सरकार, परीक्षा नियंत्रक सुष्मिता साहू और निरंजन बेहरा समेत अन्य मौजूद थे।