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आसपास इलाके के श्रद्धालु आते हैं माता के दर्शन करने के लिए
राजेश दाहिमा, राजगांगपुर
शहर के तालकीपाड़ा स्थित दुर्गा मंदिर का इतिहास सदियों पुराना है। शारदीय नवरात्रि एवं बासंतीय नवरात्रि में मां की नौ रूपों की पूजा-अर्चना सह विभिन्न प्रकार के धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है। राजगांगपुर समेत आसपास इलाके के भक्त माता के विभिन्न रूपों का दर्शन करने यहां पर पहुंचते हैं।
इस मंदिर का एक बहुत ही पुराना इतिहास है कि सदियों पहले इस मंदिर में माटी की बनी सात पिंडियों की पूजा की जाती थी और बलि देने की प्रथा भी थी, लेकिन इस प्रथा को बंद कर दिया गया। धीरे-धीरे समय अनुसार मंदिर के ढांचे में परिवर्तन कर दिया गया।
इस ऐतिहासिक मंदिर में दुर्गा मां की प्रतिमा के अलावा हनुमान जी और भैरव नाथ की प्रतिमाओं को विधिवत पूजा-अर्चना एवं मंत्रोच्चार के साथ स्थापित किया गया है। इस मंदिर के समीप एक विशाल पीपल का पेड़ भी मौजूद है। उसे देखते ही लगता है कि पीपल पेड़ भी २००वर्ष से अधिक पुराना है। सर्व प्रथम रामनवमी के पावन अवसर पर एक महीने पहले से ही यहां पर अखाड़े का आयोजन हुआ करता था और श्रीराम एवं हनुमान भक्त रामनवमी के पहले अपनी अपनी करतबों का अभ्यास किया करते थे। मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से मां से कुछ मांगता है तो उसकी मुरादें मां पूरी करती हैं।
हर नवरात्रि के पूर्व से ही मंदिर की सजावट के साथ विशाल पंडाल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाता है। नवरात्रि के दौरान बिजली की झालरों सह फूलों से सजाया जाता है। वहीं नवरात्रि में मां के अलग अलग रूपों की विधि वत पूजा अर्चना की जाती है। नवमी के दिन हवन एवं पूर्णाहुति के बाद नौ कन्याओं को भोजन कराने के बाद एक विशाल महाप्रसाद भंडार का आयोजन किया जाता है। नवरात्र में हर रोज विभिन्न प्रकार के प्रसाद का वितरण किया जाता है। इस मौके पर मां के दर्शन के लिए भक्तों के लिए विशेष सुविधा मुहैया कराई जाती है। अष्टमी के दिन महाआरती के साथ भजन संध्या का आयोजन भी किया जाता है।
दुर्गा मंदिर के पुजारी जनार्दन पांडेय ने बताया कि सदियों पुराना मंदिर है और जो भी भक्त सच्चे मन से मां की पूजा करता है उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। पुजारी शैलेन्द्र पांडेय ने कहा कि नवरात्रि के अवसर पर भक्तों का जनसैलाब जाहिर करता है कि मां दुर्गा सभी की मुरादें पूरी करती हैं और यह एक कटु सत्य है।
माता के सेवक महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि मां के प्रति मेरी आस्था है और हर नवरात्रि में उपवास के साथ भक्तो की सेवा करते रहता हूं।