- डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना
- चक्रवात को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं, लोगों से नहीं घबराने की अपील
भुवनेश्वर। दक्षिण बंगाल की खाड़ी में पांच मई को एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की प्रबल संभावना है। इतना ही नहीं, निम्न दबाव का क्षेत्र डिप्रेशन में भी तब्दील होगा। यह जानकारी आज यहां भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने दी। उन्होंने कहा कि हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या यह प्रणाली एक चक्रवात में तेज हो जाएगी। हम इसकी कड़ी निगरानी कर रहे हैं। हालांकि, लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है और केवल मछुआरों को सावधान रहने तथा इस दौरान समुद्र में नहीं जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि सिस्टम से ओडिशा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने की उम्मीद है, क्योंकि यह दक्षिण की ओर बढ़ेगा। जैसे ही यह विकसित होना शुरू होगा, सिस्टम के बारे में और जानकारी आईएमडी द्वारा साझा की जाएगी।
उल्लेखनीय है की साल 2019 से मई महीने में अक्सर चक्रवात आने की स्थिति बनती दिख रही है। इसे ध्यान में रखते हुए ओडिशा सरकार ने हालही में संभावित चक्रवात की स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की थी।
साल 2022 में चक्रवात असानी ने 7-11 मई के दौरान 119 किमी प्रति घंटे की हवा की गति के साथ ओडिशा में लैंडफॉल किया था।
साल 2021 में एक चक्रवात ने 21 से 27 मई के बीच पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बीच लैंडफॉल किया और ओडिशा को भी प्रभावित किया। साल 2020 में चक्रवात अम्फान 12 से 21 मई के बीच पश्चिम बंगाल और ओडिशा से गुजरा। साल 2019 में चक्रवात फनी ने पुरी में लैंडफॉल किया था।
पहली मई से चालू होगा 24 घंटों का नियंत्रण कक्ष
हालही में राज्य में संभावित ग्रीष्मकालीन तूफान को लेकर राज्य सरकार पूर्ण रूप से तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए राज्य के राजस्व व आपदा प्रशमन विभाग की मंत्री प्रमिला मल्लिक ने घोषणा की थी कि पहली मई से विभाग व जिलों में 24 घंटों का नियंत्रण कक्ष चालू करने का निर्णय किया गया है। नियंत्रण कक्ष की जिम्मेदारी एक फर्स्ट क्लास अधिकारी देखेंगे।