उन्हेंने बताया कि पहली मई से विभाग व जिलों में 24 घंटों का नियंत्रण कक्ष चालू करने का निर्णय किया गया है। नियंत्रण कक्ष की जिम्मेदारी एक फर्स्ट क्लास अधिकारी देखेंगे। प्रत्येक वर्ष की तरह 18 व 19 जून को सभी जिला मुख्यालय, तूफान आश्रय स्थल व प्रखंड स्तर पर माक ड्रील का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 317 फायर स्टेशनों आवश्यकीय उपकरण व राहत व बचाव के लिए प्रशिक्षण प्राप्त अधिकारी व कर्मचारी हैं। संभावित तूफान से पूर्व वे संवेदनशील स्थानों पर तैतान किया जाएंगे। एनडीआरएऱफ की तीसरे बटालियन में 17 टीमें भी तैयार हैं। 16 टीमें कटक के मुंडली में हैं, जबकि एक टीम बालेश्वर में है। एनडीआरएफ की टीम ओसडमा व विशेष राहत आयुक्त के साथ तालमेल रखकर कार्य कर रहे हैं।