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गंजाम में भी फर्जी सर्टिफिकेट रैकेट का खुलासा

  • ब्रह्मपुर पुलिस ने चार आरोपियों को दबोचा

ब्रह्मपुर। गंजाम जिले के ब्रह्मपुर में भी फर्जी सर्टिफिकेट रैकेट का खुलासा हुआ है। ब्रह्मपुर की पुलिस ने इस रैकेट के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दैतारी बेहरा (52) और अमृत प्रसाद बेहरा (25), गांव लंगालेश्वर, थाना खलीकोट, गंजाम; प्रशांत कुमार साहू (39), गांव बनमाली प्रसाद, पोस्ट-मंगलपुर, थाना-टाउन जिला ढेंकानाल तथा किशोर कुमार बेहरा (52), गांव रानीहाट, मालीसाही थाना मंगलाबाग, जिला कटक के रूप में बताई गई है। यह जानकारी आज यहां ब्रह्मपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ सरवन विवेक एम ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि बीते 21 अप्रैल को गोसानीनुआगांव मनोरंजन गौड़ा ने लिखित रूप से आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी कि वर्ष 2016 में, उनकी पत्नी अपराजिता गौड़ा ने आंध्र प्रदेश के गुंटूर में स्थित आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय में बी-एड कोर्स में एक दैतारी बेहरा के माध्यम से प्रवेश लिया। दैतारी बेहरा खलीकोट के देवीझर सरकारी हाई स्कूल में शिक्षक के रूप में काम करते हैं। उनकी पत्नी ने वर्ष 2019 में अपना बी-एड कोर्स पूरा किया। जब उन्होंने दैतारी को प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए कहा, तो दैतारी ने शुरू में उन्हें अलग-अलग दलीलों को देते हुए टाल दिया। यहां तक कि वह उन्हें सर्टिफिकेट बनवाने के लिए खुद यूनिवर्सिटी जाने से भी रोक रहे थे।

काफी अनुनय-विनय के बाद दैतारी ने उन्हें चारों सेमेस्टर के सर्टिफिकेट और प्रोविजनल डिग्री प्रदान की। दैतारी ने शिकायतकर्ता से चेक के माध्यम में पैसे ले लिए। दैतारी बेहरा के कार्य पर संदेह होने पर वे स्वयं दिनांक 10.06.22 को आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय गए और जांच के बाद पता चला कि दैतारी बेहरा द्वारा दिये गये प्रमाण पत्रों में से पहले और तीसरे सेमेस्टर के सर्टिफिकेट के साथ-साथ प्रोविजनल डिग्री भी फर्जी और जाली थी। जब उन्होंने विश्वविद्यालय से प्रथम और तृतीय सेमेस्टर के प्रमाणपत्र प्राप्त किए तो पाया कि दोनों प्रमाणपत्र रोके गए हैं। दैतारी बेहरा ने उससे पैसे लिए और फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर उसे असली बताकर ठग लिया।

अमृत प्रसाद बेहरा, पुत्र दैतारी बेहरा को अपने पिता के साथ साजिश रचने और उनकी गतिविधियों के बारे में अच्छी तरह से जानने और उनकी गतिविधियों में उनका समर्थन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ढेंकानाल के प्रशांत कुमार साहू उसकी मांग पर दैतारी बेहरा को फर्जी प्रमाण पत्र सप्लाई कर रहा था। प्रशांत कुमार साहू ढेंकानाल में जेरॉक्स कम प्रिंटिंग सेंटर चला रहे हैं। उनके घर और कार्यालय की तलाशी लेने पर बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन और काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन के कई खाली सर्टिफिकेट मिले। उसके पास से डॉक्टर और कॉलेज के प्रिंसिपल की कई नकली मुहरें भी जब्त किए गए। कटक के किशोर कुमार बेहरा प्रशांत कुमार साहू को प्रमाण पत्र बनाने में इस्तेमाल होने वाले कागजात की आपूर्ति कर रहे थे। किशोर कुमार बेहरा को फर्जी प्रमाण पत्र से संबंधित जयपुर थाना मामले में पहले एक बार गिरफ्तार किया गया था और वर्तमान में वह जमानत पर बाहर है। आगे की जांच चल रही है। इनके पास से शिक्षा बोर्ड, विश्वविद्यालयों के काफी संख्या में सर्टिफिकेट, प्रमाणपत्र आदि बरामद किए गए हैं।

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