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निर्धारित समय से पूर्व विधानसभा का सत्र स्थगित

  •  नेता प्रतिपक्ष ने उठाए सवाल

  •  कहा-विपक्षियों के प्रश्नों के उत्तर ना दे पाने के कारण सरकार ने विधानसभा के सत्र को निर्धारित समय से पूर्व किया स्थगित

  • भाजपा सदन में उठाने वाले मुद्दों को अब लोगों के बीच लेकर जाएगी

भुवनेश्वर। राज्य विधानसभा का मौजूदा सत्र समय पूर्व स्थगित कर दिया गया है। इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष जयनारायण मिश्र ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों के हितों से जुड़े विभिन्न मुद्दों को भाजपा ने विधानसभा में जोरदार तरीके से उठाया। राज्य सरकार के पास इन मुद्दों का कोई उत्तर नहीं था। यही कारण है कि राज्य सरकार ने सदन के सत्र को निर्धारित समय से 6 दिन पूर्व ही स्थगित कर दिया। अब इन मुद्दों को लेकर भारतीय जनता पार्टी आम लोगों के बीच जाएगी। प्रतिपक्ष के नेता जयनारायण मिश्र ने प्रदेश कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि विधानसभा का यह सत्र छह अप्रैल को समाप्त होना था। यदि सरकार को सत्र को पहले स्थगित करना था, तो विधानसभा की सलाहकार समिति में इस पर चर्चा करनी चाहिए थी। लेकिन राज्य सरकार ने सलाहकार कमेटी से चर्चा किए बिना एकतरफा तरीके से विधानसभा को बंद कर दिया है, जोकि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि राज्य में डुप्लीकेट सरकार चल रही है। यहां डुप्लीकेट सर्टिफिकेट मिल रहे हैं। डुप्लीकेट दवाइयां बिक रही हैं। साथ ही डुप्लीकेट फाइव-टी विभाग भी चल रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने विधानसभा में कानून व्यवस्था की स्थिति को जोरदार तरीके से उठाया। राज्य सरकार के एक मंत्री की दिनदहाड़े हत्या का मुद्दा हो या फिर अन्य मुद्दे सभी मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरा। मुख्यमंत्री का कार्यालय सेवानिवृत्त अधिकारियों का एक केंद्र बनने तथा सरकारी अधिकारियों के एक ही पद पर अनेक साल तक बने रहने का मुद्दा भी उठाय़ा। महानदी के मुद्दे पर मोशन के जरिए चर्चा करने की मांग मुद्दा उठाया, लेकिन राज्य सरकार के पास इन मुद्दों का कोई उत्तर नहीं था। यही कारण है कि विधानसभा को बंद करके राज्य सरकार पलायन कर गई।

उन्होंने कहा कि बलांगीर के फेक सर्टिफिकेट मामले में सही जांच करना क्राइम ब्रांच के लिए बिल्कुल संभव नहीं है। यदि किसी मामले में सत्तारुढ़ पार्टी के लोग शामिल हों तो क्राइम ब्रांच मामले की जांच के बजाय उसे दबाने का प्रयास करती है। ऐसे अनेक उदाहरण पहले से हैं।

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