-
जलस्तर में नियमित गिरावट को लेकर चिंता
-
राज्य सरकार युद्धकालीन स्तर पर करे इसका समाधान – विजय महापात्र
भुवनेश्वर। हीराकुद जलभंडार में पानी का जलस्तर चिंताजनक स्थिति में पहुंच गया है। चार दिन में एक फीट पानी का स्तर नीचे गिर रहा है। यदि हालात यही रहे मई महीने तक छह सौ फीट से नीचे पहुंच जाएगा। इस समस्या को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता विजय महापात्र ने गहरी चिंता व्वक्त की है।
उन्होंने कहा कि हीराकुद जलभंडार में जलस्तर 616.69 फीट है। गत वर्ष यह 621.5 फीट था। चार दिन पहले 617.51 फीट पानी का जल स्तर था। यानि एन चार दिनों में एक फीट पानी कम हो गया है। यदि इसी तरह पानी कम होता है, तो मई के माह में यह 6 सौ फीट तक पहुंच जाएगा। 6 सौ फीट पहुंचने के बाद पेयजल, खेती के लिए पानी के साथ-साथ बिजली उत्पादन भी बाधित होगा। दिसंबर माह से यह समस्या आनी शुरु हो गई है। मार्च में ऐसी स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। मई के माह में कैसी स्थिति रहेगी, इसका अनुमान लगाना कठिन है। जून माह में हीराकुद डेड स्टोरेज के स्तर पर आ जाएगा। सरकार इस मामले में जान कर भी चुप है।
उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले में युद्धकालीन स्तर पर समाधान करने के लिए मांग की है। आज यहां उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हीराकुद जलभंडार में पानी की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है।
पहली बार इस तरह का संकट दिखा
हीराकुद के इतिहास में पहली बार इस तरह का संकट देखा जा रहा है। हीराकुद जल भंडार का जल स्तर इतने नीचे चले जाएगा, इसका किसी को अनुमान नहीं रहा होगा। इसबार की स्थिति के कारण राज्य के 30 जिलों में से 14 से 15 जिले प्रभावित होंगे। सरकार के पास इस संबंध में जानकारी कैसे नहीं है।