केंद्रापड़ा। केंद्रापड़ा बस टर्मिनल और तिनिमुहानी को जोड़ने के लिए गोबारी नदी के दक्षिणी भाग पर निर्माणाधीन पुल के एक हिस्से के ढहने की एक उच्चस्तरीय समिति ने अपनी जांच शुरू कर दी है। जांच के लिए कल तीन सदस्यीय समिति ने घटनास्थल का दौरा किया और गार्डर गिरने के कारणों का पता लगाने के लिए नमूने एकत्र किए। निर्माण कंपनी द्वारा बिना संबंधित अधिकारियों की सहमति के पुल के टूटे हिस्से का करीब 10 मीटर हिस्सा नष्ट किए जाने पर अधिकारियों ने नाराजगी जताई।
राज्य के कार्य विभाग के इंजीनियर-इन-चीफ एनसी पाल ने कहा कि 15 मार्च को दुर्भाग्य से निर्माण के समय गार्डर ढह गया। अब हम इसके संभावित कारणों का निरीक्षण कर रहे हैं। हमने अलग-अलग जगहों से नमूने लिए हैं, क्योंकि गार्डर गिरने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। हम सभी संभावित दृष्टिकोणों से निरीक्षण कर रहे हैं।
हालांकि खास बात यह रही है कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। यह हादसा तब हुआ जब ठेकेदार मुख्य पुल के ऊपर एक गार्डर डाल रहा था। स्थानीय लोगों ने घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल को इसका कारण बताया है। उन्होंने मुख्य अभियंता से मौका मुआयना कर जांच कराने की मांग की है। उन्होंने यह भी मांग की कि सभी खंभों को तोड़ दिया जाए और काम नए सिरे से शुरू किया जाए।