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विपक्षी विधायकों के हंगामे के कारण सदन का कामकाज बाधित
भुवनेश्वर। चालकों के आंदोलन के कारण पूरे राज्य का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस आंदोलन की गर्मी आज विधानसभा में देखने को मिली। कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र व नेता प्रतिपक्ष जयनारायण मिश्र ने आज विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया इस मुद्दे पर विपक्षी विधायकों द्वारा हंगामा किए जाने के कारण सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा। बाद में विधानसभा अध्यक्ष ने इस मामले को लेकर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई।
शून्यकाल में इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र राज्य सरकार पर बरसे। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को बुधवार को उन्होंने विधानसभा में उठाया था। उन्हें उम्मीद थी कि राज्य सरकार इस मामले में गंभीरता से लेगी व आंदोलन करने वाले ड्राइवरों से चर्चा कर उन्हें न्याय प्रदान करेगी। आंदोलनरत ड्राइवरों उनका वेतन 6 हजार से 10000 रुपये है। इतने पैसे में उनका परिवार चलाना कठिन है। उनकी और भी कुछ मागें हैं। इसलिए उनकी न्यायोचित मांगों पर विचार किया जाना चाहिए, लेकिन सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान देने के बजाय और एक गुट को उनके खिलाफ लगा दिया।
उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के कारण पूरे राज्य में परिवहन व्यवस्था ठप हो गयी है। उनकी समस्याओं का समाधान के लिए हमें प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में लोगों से जुड़े किसी मुद्दे को उठाया जाता है, तो उस पर कदम नहीं उठाया जा रहा है। विधानसभा में अधिकारी दीर्घा में अधिकारी दिख नहीं रहे हैं। कई बार लग रहा है कि हम हमारी भाषणों में लोगों की समस्याओं को जो उठा रहे हैं, वह केवल विधानसभा की दीवारों तक सीमित हो रही है। यदि हम हंगामा ना कर शांतिपूर्वक लोगों की बात कहते हैं, तो उस पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।
इसके बाद कांग्रेस और भाजपा के विधायक चालकों को न्याय प्रदान करने की मांग को लेकर सदन के बीच में आ गए और नारेबाजी करने लगे। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष विक्रम केसरी आरुख ने सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। 10 मिनट के बाद जब फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो प्रतिपक्ष के नेता जयनारायण मिश्र ने भी समान मुद्दे को उठाया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई।
सदन में बयान देंगी परिवहन मंत्री
राज्य में चल रहे ड्राइवरों के आंदोलन के संबंध में प्रतिपक्ष के विधायकों द्वारा हंगामे के बाद विधानसभा अध्यक्ष विक्रम केसरी आरुख ने राज्य सरकार को इस बारे में लिये गये निर्णय के बारे में सदन में बयान देने के लिए निर्देश दिया है।
उन्होंने राज्य के परिवहन मंत्री से कहा है कि वह ड्राइवर संघ के पदाधिकारियों से चर्चा करें और इस संबंध में शुक्रवार को सदन में बयान दें। सर्वदलीय बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में इस संबंध में राज्य सरकार को निर्देश दिया।