भुवनेश्वर। राज्य सरकार के मंत्री नव किशोर दास की दिनदहाड़े हत्या किये जाने के मामला फिर से विधानसभा में उठा। कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने इस मामले में षडयंत्र व हत्या के उद्देश्य को लेकर ठीक से जांच न किये जाने तथा आरोपित को पागल बताने के लिए राज्य सरकार की कोशिश को लेकर चिंता व्यक्त की।
शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि यह मामला काफी गंभीर है। एक मंत्री की दिनदहाड़े पुलिसकर्मी द्वारा सरकारी बंदुक से हत्या की गई है। इस मामले में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सदन में जो बयान दिया, उसमें साजिश की बात नहीं की। बाद में गृह राज्य मंत्री ने साजिश की एंगल में जांच होने की बात कही, लेकिन यह साजिश राजनीतिक, व्यवसायिक या व्यक्तिगत शत्रुता के कारण हुआ है, यह स्पष्ट नहीं किया जा रहा हैं। क्राइम ब्रांच भी जांच को लेकर किसी प्रकार की जानकारी सरकार नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व क्राइम ब्रांच आरोपित गोपाल को पागल बताने का प्रयास करते हैं। आम तौर पर बचाव पक्ष के वकील इस तरह के प्रयास करते हैं, लेकिन यहां क्राइम ब्रांच व राज्य सरकार ही आरोपित को पागल बताने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्हेंने कहा कि एससीबी मेडिकल कालेज की डाक्टरों के बोर्ड ने स्पष्ट रूप से कहा है कि गोपाल पागल नहीं है। इसके बावजूद क्राइम ब्रांच ने गोपाल को बेंगलुरु लेकर वहां मानसिक स्थिति की जांच करने के लिए कोर्ट में आवेदन किया था। कोर्ट ने इसे अस्वीकार कर दिया है।
उन्होंने कहा कि जो विधायक इस मामले को उठा रहे हैं, उनके खिलाफ अशालीन बयान दिये जा रहे हैं। उन्हें परोक्ष रुप से धमकी दी जा रही है।