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अधिकारियों ने इसे फोर्टिफाइड राइस केर्नल्स चावल बताया
कोरापुट। जिले के लामटापुट ब्लॉक के अंतर्गत कई गांवों में सार्वजनिक वितरण योजना (पीडीएस) के तहत मिलने वाले चावल में प्लास्टिक के चावल मिलाए जाने की शिकायतें सामने आयी हैं। हालांकि अधिकारियों ने इसे फोर्टिफाइड राइस केर्नल्स चावल बताया है।
खबर है कि कुछ ग्रामीणों ने कल प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई है कि उन्हें सार्वजनिक वितरण योजना के तहत मिलने वाले चावल में प्लास्टिक के चावल मिलाए गए हैं। खबरों के अनुसार, बालेश्वर और सुंदरगढ़ जिलों के साथ विभिन्न हिस्सों से चावल में प्लास्टिक चावल मिलाए जाने की ऐसी शिकायतें आ रही हैं।
लोगों की शिकायतें यदि मानें, तो एक खास चावल पानी में भिगोने पर तैरने लगते हैं। पकने पर चावल चिपचिपे लगते हैं। जब खाया जाता है, तो उनका अपना सामान्य स्वाद नहीं होता है। चबाने के बावजूद भी ये जैसे का तैसा रहते हैं।
प्लास्टिक चावल के डर ने लोगों को इतना जकड़ लिया है कि उन्होंने चावल का उपयोग करना बंद कर दिया है, क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उनके बच्चों को प्रभावित न कर दे।
इस बीच, बालेश्वर और सुंदरगढ़ के नागरिक आपूर्ति अधिकारी ने स्पष्टीकरण भी दिया है।
यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बालेश्वर सीएसओ ने कहा कि लाभार्थियों को पिछली जनवरी से विटामिन-फोर्टिफाइड चावल प्राप्त हो रहे हैं। प्रत्येक 100 किलोग्राम में एक किलोग्राम फोर्टिफाइड राइस केर्नल्स चावल मिलाया जाता है। यह विशिष्ट चावल सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एजेंसियों द्वारा निर्मित होता है। यह पौष्टिक आहार का काम करेगा।
इधर, सीएसओ सुंदरगढ़ दुर्गा चरण बेसरा ने कहा कि यह प्लास्टिक का चावल नहीं है। यह एफआरके चावल है। हमने इसका प्रशिक्षण किया है। लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए आने वाले दिनों में आपूर्ति सहायकों को लगाया जाएगा।
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