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नेता प्रतिपक्ष और केंद्रीय शिक्षा मंत्री पर हत्याकांड में शामिल होने का लगाया आरोप
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खुदको बचाने के लिए तरह-तरह के लगा रहे हैं आरोप – मंत्री मल्लिक
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कहा- उन्हीं की ओर बढ़ रही है क्राइम ब्रांच की जांच
भुवनेश्वर। ओडिशा के मंत्री नव किशोर दास की हत्या को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष के बयान के बाद बीजद ने भी पलटवार किया है। बीजद के नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष जयनारायण मिश्र और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर अपराध में शामिल होने का आरोप लगाया है।
बीजद के वरिष्ठ नेता अमर पटनायक और प्रशांत मुदुली ने 5-टी सचिव वीके पांडियन और विधायक प्रणव प्रकाश दास पर अंगुलियां उठाने के लिए नेता प्रतिपक्ष की आलोचना की तथा उनके बयान को मानसिक मामला करार दिया। इसके साथ ही राज्य की राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मल्लिक ने इस मामले में नेता प्रतिपक्ष जयनारायण मिश्र और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पर अपराध में शामिल होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मिश्र और प्रधान डरे हुए थे। खुदको बचाने के लिए तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं, क्योंकि क्राइम ब्रांच की जांच उन्हीं की ओर बढ़ रही है।
मल्लिक ने कल मीडियाकर्मियों से बात करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा विधायक जयनारायण मिश्र एक हत्यारे और आदतन अपराधी हैं, जिस पर 16 आपराधिक मामले हैं, जिसमें हत्या का मामला भी शामिल है, जिसके लिए वह लंबे समय से जेल में थे।
उन्होंने आगे कहा कि साल 2017 में गंजाम जिले के छत्रपुर में हुए सनसनीखेज लक्ष्मीदत्त प्रधान हत्याकांड में आरोपी फरार थे और उन्होंने उत्तराखंड के एक सरकारी गेस्ट हाउस में शरण ली थी। उन्होंने कहा कि अगर उन आरोपियों के कॉल रिकॉर्ड का विश्लेषण किया जाए, तो यह पता चलेगा कि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उन्हें ओडिशा से भगाने और उन्हें उत्तराखंड में छुपाने की योजना बनाई थी।
इसी तरह साल 2018 में बीजेपुर उपचुनाव के दौरान दिलेश्वर साहू की हत्या के मामले में मिश्र और ओडिशा भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष को गिरफ्तार किया गया था। इतना जघन्य अपराध दोनों नेताओं द्वारा प्रधान के समर्थन के बिना नहीं किया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि भाजपा जानती थी कि पदमपुर उपचुनाव में वह संगठनात्मक नेटवर्क और नव किशोर दास की कड़ी मेहनत के कारण बुरी तरह हार जाएगी और इसलिए प्रधान डर गए। उन्होंने कहा कि अगर कोई अभियान के दौरान केंद्रीय मंत्री के भाषणों को देखे तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि उन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नव किशोर दास को धमकी दी थी।
मल्लिक ने कहा कि नव किशोर दास की हत्या के मामले में मिश्र और प्रधान दोनों जानते हैं कि अपराध शाखा की जांच उनकी ओर बढ़ रही है। वे डरे हुए हैं और खुदको बचाने के लिए तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद वे बच नहीं पाएंगे। दोनों को डर है कि नार्को और लाई डिटेक्शन टेस्ट कराने पर उनकी संलिप्तता का पता चल जाएगा। इसलिए वे हर दिन मनगढ़ंत कहानियां सुना रहे हैं।