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कहा-नव किशोर दास पर धर्मेंद्र प्रधान और जयनारायण मिश्र कर रहे थे बल प्रयोग
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तत्कालीन स्वास्थ मंत्री ने मुझे बताया था कि धर्मेंद्र प्रधान और जयनारायण मिश्र बल प्रयोग कर उन्हें डरा रहे थे – रुद्र प्रताप महारथी
भुवनेश्वर। ओडिशा के तत्कालीन स्वास्थ मंत्री नव किशोर दास की हत्या की जांच को लेकर चल रहे विवाद को नया मोड़ देते हुए बीजद के पिपिलि विधायक रुद्र प्रताप महारथी ने आज आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और विपक्ष के नेता जयनारायण मिश्र की मंत्री की हत्या के मामले में संलिप्तता हो सकती है और उन्होंने इस संबंध में जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि पदमपुर उपचुनाव के दौरान, दिवंगत स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास ने मुझे बताया था कि धर्मेंद्र प्रधान और जयनारायण मिश्र बल प्रयोग कर रहे थे और उन्हें डरा रहे थे। वे उन्हें पदमपुर उपचुनाव से दूर रहने के लिए कह रहे थे। महारथी ने कहा कि उन्होंने मुझे यह भी बताया था कि वह डरने वाले व्यक्ति नहीं हैं। वे पदमपुर उपचुनाव के प्रभारी थे। और उनके प्रबंधन के कारण परिणाम अच्छा रहा।
महारथी ने आगे कहा कि इस नजरिये से धर्मेंद्र प्रधान और जयनारायण मिश्र की संलिप्तता का संदेह है और यह पता लगाने के लिए जांच की जानी चाहिए कि वे शामिल हैं या नहीं।
मामले सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए – भाजपा विधायक
हालांकि इस मामले में धर्मेंद्र प्रधान और जयनारायण मिश्र की तरफ से कोई बयान नहीं मिल पाया था, लेकिन भाजपा के धामनगर विधायक सूर्यवंशी सूरज ने कहा कि नव बाबू एक वरिष्ठ नेता थे। वह रुद्र प्रताप महारथी के साथ इन बातों पर चर्चा क्यों करें। अगर वे डरे हुए थे तो पार्टी सुप्रीमो से बात कर सकते थे। वह मामले को चुनाव आयुक्त के समक्ष भी उठा सकते थे। वह पुलिस हस्तक्षेप की मांग कर सकते थे। सूरज ने कहा कि इन बातों में मैं स्पष्ट रूप से नव किशोर दास हत्याकांड से लोगों का ध्यान हटाने के लिए सत्तारूढ़ व्यवस्था की साजिश को कहीं और देख सकता हूं।
सूरज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मांग कर रही है कि इस मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा जाना चाहिए, ताकि सब कुछ पारदर्शी हो।
इससे पहले 8 फरवरी को, भाजपा नेता प्रदीप पुरोहित ने आरोप लगाया था कि ओडिशा के अगले मुख्यमंत्री बनने की आकांक्षा के साथ बीजद पार्टी के भीतर के एक व्यक्ति ने नव किशोर दास को खत्म करने की साजिश रची थी।