भुवनेश्वर। बीजू जनता दल कोविद समय के रिलिफ चावल को लेकर लोगों को भ्रमित करना बंद करे। भाजपा के प्रदेश महामंत्री गोलक महापात्र ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि एक रुपये किलो चावल की बात कर बीजद ने दो-दो बार चुनाव वैतरणी पार किया है। साल 2009-14 में केन्द्र सरकार राज्य के 36 लाख बीपीएल परिवारों को 35 केजी चावल प्रदान कर रह थी, लेकिन राज्य सरकार ने गरीबों पेट पर लात मारते हुए 10 केजी काट कर प्रत्येक परिवार को 25 किलो हिसाब से चावल दे रही थी। इन पांच वर्षों में बीपीएल गरीबों के लिए 22 लाख टन चावल को किसने हड़पा, इस बात का उत्तर बीजद को देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सत्ता में आने के बाद राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत राज्य के 3.25 करोड़ लोगों को पांच किलो चावल मात्र एक रुपये में उपलब्ध कराया। इसमें से राज्य सरकार केवल दो रुपये प्रदान करती थी, जबकि केन्द्र सरकार 28 रुपये प्रति किलो वहन कर रही थी, लेकिन बीजद सरकार ने उस समय राज्य खाद्य सुरक्षा कानून के तहत पांच किलो चावल उपलब्ध कराने की घोषणा की थी। हाईकोर्ट में हलफनामा दायर कर 34 लाख लोगों को देने की बात सरकार ने कही थी, लेकिन बाद में राज्य सरकार ने विज्ञापन में कहा कि 34 लाख नहीं, बल्कि 25 लाख लोगों को देने की बात कही। इसके बाद में विधानसभा में राज्य सरकार ने स्वीकार किया कि केवल 8 लाख लोगों को राज्य खाद्य सुरक्षा योजना में चावल उपलब्ध करा रही है। वास्तविकता यह है कि वर्तमान में वह चावल भी लोगों को नहीं मिल रहा है।