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सन्-2004 में राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से राष्ट्रीय सम्मान से हुई थी सम्मानित
कटक। अवकाशप्राप्त अध्यापिका समाज सेविका एवं धर्म परायण महिला सुकांति मोहंती को चेली तोल एकादमी के 32वें वार्षिको उत्सव में रामचंद्र दलेई सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि चेली तोल एकादमी का 32वां वार्षिक उत्सव कटक के तुलसीपुर स्थित सरला भवन में मनाया गया, जिसमें कई लोगों को सम्मानित किया गया। इसमें अवकाश प्राप्त अध्यापिका सुकांति मोहंती को रामचंद्र दलेई सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। सुकांति मोहंती किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। अपने जीवन काल में अभी तक कई सामाजिक संगठनों द्वारा सम्मानित हो चुकी हैं। सुकांति मोहंती ने बताया कि उनको राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है। अभी तक व कई विभिन्न सम्मानों से सम्मानित हो चुकी हैं। सुकांति मोहंती का जन्म 1954 में केसरदा, तीर्थोल, जगतसिंहपुर हुआ। उनके द्वारा अध्ययनरत कई छात्र-छात्राएं कई उच्च पदस्थ पर स्थापित हो चुके हैं एवं कई आला अधिकारी भी हैं। उन्होंने अपने बारे में बताते हुए कहा कि वर्ष 1999 में ओडिशा के माननीय राज्यपाल एमएम राजेंद्रम से राजकीय सम्मान प्राप्त हुआ। 2004 में राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया। समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए भी समय-समय पर सम्मानित किया गया। समाज सेवा-एड्स, पोलियो, कुष्ठ रोग आदि के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के साथ जुड़कर समाज सेवा को अपना कर्म और धर्म समझती है। इतना ही नहीं, सुकांति मोहंती को बाल साहित्य सम्मान, डॉ हरेकृष्ण महताब जयंती सम्मान, गोपालजीत स्कूल पारादीप की ओर से सम्मान और सराहना, ईमानदार सम्मान, मानव गरिमा सम्मान से सम्मानित हो चुकी हैं। वह शिक्षिका के साथ-साथ एक अच्छे लेखिका भी हैं जिनकी अभी तक कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।