-
गोपाल कृष्ण दास का हो चुका है पॉलीग्राफ टेस्ट, फोरेंसिक मनोवैज्ञानिक आकलन और लॉयड वाइस एनालिसिस
भुवनेश्वर। ओडिशा के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास की हत्यारोपी और पुलिस के बर्खास्त सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) गोपाल कृष्ण दास का नार्को टेस्ट आज राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला, फॉरेंसिक विज्ञान सेवा निदेशालय (डीएफएसएस), गांधीनगर, गुजरात में पूरा हो गया है।
गोपाल वर्तमान में बेहोश है, उसे होश में आने में कुछ समय लगेगा और वह अब निगरानी में है। यह जानकारी आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) अपराध शाखा (सीबी) के सूत्रों ने दी। ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा इस हाई प्रोफाइल हत्या के मामले की जांच कर रही है। बताया गया है कि गोपाल का नार्को टेस्ट कराने से पहले उसका विस्तृत मेडिकल परीक्षण किया गया था। इससे पहले गुरुवार को गोपाल के पॉलीग्राफ टेस्ट का पहला राउंड गांधीनगर में फॉरेंसिक साइंस सर्विसेज निदेशालय (डीएफएसएस) की स्टेट फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में आयोजित किया गया था। शुक्रवार को उनका पॉलीग्राफ टेस्ट का दूसरा राउंड भी हुआ।
क्राइम ब्रांच ने कहा है कि जांच अधिकारी (आईओ) डीएसपी रमेश चंद्र डोरा के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम आरोपी गोपाल के साथ थी और उसका पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट कराने के लिए गांधीनगर में डेरा डाले हुए है।
सीआईडी अपराध शाखा के एडीजीपी अरुण बोथरा व्यक्तिगत रूप से मामले की जांच की निगरानी और निगरानी के लिए गांधीनगर में डेरा डाले हुए हैं। खबर है कि गोपाल को टीम साथ लेकर कल झारसुगुड़ा लौटने वाली है।
इससे पहले केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल), नई दिल्ली की एक टीम ने 6 फरवरी को झारसुगुड़ा में आरोपी गोपाल का फोरेंसिक मनोवैज्ञानिक आकलन और लॉयड वाइज एनालिसिस (एलवीए) परीक्षण पूरा किया था।
मनोरोग चिकित्सकों के विशेष मेडिकल बोर्ड ने झारसुगुड़ा में आरोपी के मानसिक स्वास्थ्य का विस्तृत अध्ययन किया है। स्पेशल मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट का इंतजार है।
एसएफएसएल, गांधीनगर, गुजरात के विशेषज्ञों और सीबी टीम ने 7 फरवरी को क्राइम सीन को रीक्रिएट किया। पूर्व मंत्री नव किशोर दास की 29 जनवरी को दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी।