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बचपन में शिक्षा देने वाले विद्यालय ने किया सम्मानित
मोड़ा ने बताया कि वैसे तो मुझे इससे पहले 500 से अधिक बार प्रदेश लेकर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है, मगर आज का सम्मान मेरे लिए सदैव स्मरणीय रहेगा। अपने बचपन के स्कूल में मुझे जब मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने एवं सम्मान करने के लिए बुलाया गया, तो मेरे मन में खुशी का ठिकाना नहीं था। स्कूल में जाते ही बचपन की यादें ताजा हो गईं, मन प्रफुल्लित हो गया। उन्होंने कहा कि कोलकाता स्थित सोहनलाल देवरालिया बालिका विद्यालय से पढ़कर यहां तक पहुंची हूं।
सोहनलाल देवरालिया बालिका विद्यालय, कोलकाता में पहली बार रीयून्यन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन स्कूल की ओर से स्कूल प्रांगण में किया गया। इस कार्यक्रम में स्कूल क़ी विभिन्न बैच की क़रीब 400 से ऊपर छात्राएं पहुंची। उनका कहना है कि उन्हें अपने पुराने सीनीयर एवं जूनियर बहनों से मिलकर बहुत प्रसन्नता हुई। कई शिक्षिकावों से भी मिलने का मौक़ा मिला। उन्होंने कहा कि 45 वर्षों बाद आज अपने स्कूल में जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। ग़ौरतलब है कि सम्पत्ति मोड़ा पिछले 30 वर्षों से समाज में अपनी सेवा देतीं आ रहीं हैं।