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वन अधिकारियों की हिरासत में व्यक्ति की मौत

  • परिवार की शिकायत पर पुलिस ने दस अधिकारियों को हिरासत में लिया

  • आरोप के अनुसार जांच जारी, इलाके में तनाव को लेकर बल तैनात

  • थर्ड डिग्री का आरोप साबित होने पर अधिकारी के खिलाफ की जाएगी कड़ी कार्रवाई – पीसीसीएफ

कटक। जिले आठगड़ वन प्रभाग के बड़ंबा रेंज कार्यालय में हिरासत में 59 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत को लेकर इलाके में तनाव फैल गया है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए वन विभाग के 10 अधिकारियों को हिरासत में लिया।

इनमें दो सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) घनश्याम मुदुली और हरेकृष्ण मल्लिक और बडंबा रेंजर सुब्रत बेहरा शामिल हैं। उन्हें आठगढ़ थाने में हिरासत में लिया गया है।

सूत्रों के अनुसार, खूंटकटा सतगोछिया गांव निवासी धनेश्वर बेहरा को वन विभाग के अधिकारियों ने रविवार को एक हाथी का शिकार करने और उसके दांत निकालने के आरोप में हिरासत में लिया था। 31 जनवरी को बडंबा रेंज के हिपिंडा रिजर्व फॉरेस्ट में एक हाथी का गोलियों से छलनी शव मिला था, जिसके दांत गायब थे। इस मामले में उसकी संलिप्तता को लेकर वन विभाग ने धनेश्वर को उठाया था। हालांकि, रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मौत हो गई, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। मृतक के परिजनों ने साथी ग्रामीणों के साथ बरसिंह चौक पर धरना देकर न्याय की मांग की। आक्रोशित लोगों ने बाणपुर बीट हाउस में आग लगा दी।

मामले के बारे में बोलते हुए पीसीसीएफ देवीदत्त विस्वाल ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि एक संरक्षक रैंक के अधिकारी को अथागड़ भेजा गया है, जो घटना की जांच करेगा। जांच निष्पक्ष होगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि उन्होंने कटक जिलाधिकारी के साथ इस मामले पर चर्चा की है और बाद में रेड क्रॉस फंड से मृतक के परिवार को सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया है।

उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि अगर थर्ड डिग्री का आरोप साबित होता है, तो इसमें शामिल अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को भी सही बताया।

इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए तीन प्लाटून पुलिस बल तैनात किया गया है। इस बीच, आठगड़ एसपी विजय बिसी और बडंबा तहसीलदार नीलकंठ बेहरा मौके पर डेरा डेला हुए हैं और गुस्साए लोगों को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं।

स्थानीय लोगों ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा देखे जाने से पहले दो दिनों तक शव जंगल में पड़ा रहा था। जलाऊ लकड़ी लेने के लिए जंगल गए ग्रामीणों ने शव को देखा और तुरंत वन विभाग को सूचित किया। सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी और बडंबा पशु चिकित्सा अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को दफनाने से पहले पोस्टमार्टम किया।

गौरतलब है कि इससे पहले नरसिंहपुर और बडंबा से हाथियों के चार कंकाल बरामद किए गए थे।

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