-
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हस्तक्षेप की मांग
बारिपदा। मयूरभंज जिले के वरिष्ठ नागरिकों के मंच और अन्य संगठनों ने सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान में अवैध शिकार और अन्य अवैध वन्यजीव तस्करी पर चिंता व्यक्त की है। फोरम के सदस्यों ने अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हस्तक्षेप की मांग की है। वर्तमान में सोशल मीडिया पर एक अभियान शुरू किया गया है और सदस्य लोगों से इस कारण का समर्थन करने का आग्रह कर रहे हैं।
सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान एक संरक्षित क्षेत्र है और बायोस्फीयर रिजर्व के यूनेस्को विश्व नेटवर्क का एक हिस्सा है।
वरिष्ठ नागरिकों के एक सदस्य ने कहा कि सिमिलिपाल मयूरभंज का गौरव है। ऐसा लगता है कि जानवर सुरक्षित नहीं हैं। कोई भी सिमिलिपाल के बारे में और इसकी पारिस्थितिकी की सुरक्षा के लिए नहीं बोल रहा है। हमें उम्मीद है कि चीजें बदलेगी, क्योंकि राष्ट्रपति भी मयूरभंज से हैं। सदस्यों ने आरोप लगाया कि राजनीतिक नेता खामोश हैं और ओडिशा सरकार भी इसकी सुरक्षा के लिए कोई उपाय नहीं कर रही है।
पहले केंद्रीय बलों की तैनाती का प्रस्ताव था, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। सदस्यों ने कहा कि यदि सीआरपीएफ तैनात की जाती है, तो जानवरों का शिकार नहीं होगा और पेड़ों की कटाई को भी रोका जा सकता है।
एक अन्य सदस्य ने आरोप लगाया कि लंबे समय से हम हाथियों के मारे जाने की खबरें सुन रहे हैं और वन्यजीवों का व्यापार यहां बड़े पैमाने पर हो रहा है। जिन अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है, वे भी चुप हैं।