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ब्रजराजनगर थाने में दर्ज प्राथमिकी में थानाप्रभारी ने किया उल्लेख
भुवनेश्वर। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास की हत्या करने के लक्ष्य को लेकर ही एएसआई गोपाल दास ने सीने में गोली मारी थी। हालांकि हत्या का मकसद क्या था, इसके में बारे में स्पष्ट नहीं हो पाया है। हत्या के उद्देश्य का खुलासा ब्रजराजनगर थाने के आईआईसी द्वारा दर्ज की प्राथमिकी से हुआ, जिसमें इस बात का उल्लेख किया गया है कि गोपाल ने उनको जान से मारने के उद्देश्य से ही गोली चलायी थी।
दायर की गयी प्राथमिकी के अनुसार, मंत्री नव किशोर दास ब्रजराजनगर में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। उस समय एएसआई गोपाल दास ट्रैफिक क्लियरेंस की जिम्मेदारी पर था। मंत्री जब वाहन से उतर रहे थे, तभी गोपाल ने उन्हें काफी पास से गोली मारी। उसने अपनी सर्विस रिवलवर से फाइरिंग की। वीडियो में देखा जा रहा है कि कार से उतरने के बाद कुछ लोग मंत्री नव किशोर दास को माला पहना रहे हैं। इस दौरान दो लोग मंत्री दास के काफी करीब थे, जिनके बीच से गोली निकली। अगर जरा भी इधर-उधर होता तो इनको भी चोट लग सकती थी।
बाल-बाल बची और दो की जान
बताया जाता है कि गोली मारने के बाद मौके से भाग रहे गोपाल को वहां तैनात थानाधिकारी और अन्य कांस्टेबल ने उसे पकड़ लिया। इस दौरान कहासुनी के बीच एएसआई गोपाल कृष्ण दास ने अपनी नाइन एमएम पिस्टल से दो राउंड और गोलियां चला दीं। आरोपी द्वारा दूसरे राउंड की फायरिंग में आईआईसी को भी अपनी अंगुली पर कुछ चोट लगी है। कालीनगर के जीवनलाल नायक नामक एक अन्य व्यक्ति को भी चोटें आईं। कुछ संघर्ष के बाद आईआईसी ने कांस्टेबल केसी प्रधान के साथ हमलावर एएसआई पर काबू पा लिया।
हत्या की सीबीआई जांच की मांग
प्रतिपक्ष के नेता जयनारायण मिश्र ने स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास हत्या मामले की सीबीआई द्वारा जांच कराये जाने की मांग की है। उन्होंने कहा हत्यारे पुलिस को पागल बताये जाने के आशंका उन्हें पहले से ही थी। यदि पुलिसकर्मी की मानसिक रोगी था, तब उसे पिस्तौल क्यों दिया गया था। इस कारण यह मामला संदेह उत्पन्न कर रहा है। इस हत्या को सामान्य हत्या बताने की कोशिश हो रही है। सही बात सामने आय़े, इसके लिए सीबीआई जांच जरुरी है।
मुख्यमंत्री त्यागपत्र दें – कांग्रेस
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक संतोष सिंह सालुजा ने स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास की हत्या मामले में मुख्यमंत्री से त्यागपत्र देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि दिनदहाड़े राज्य के मंत्री की हत्या किया जाना राज्य की कानून व्यवस्था की हालत को दर्शाती है। गृह विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे मुख्यमंत्री को तत्काल त्यागपत्र देना चाहिए।
उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री की हत्या मामले की न्यायिक जांच किये जाने की मांग भी की है। उन्होंने कहा मंत्री को पुलिस ने मारा है, इसलिए पुलिस इस मामले की कैसे जांच कर सकती है। इस घटना के पीछे षडयंत्र हो सकता है। इसलिए मामले की न्याय़िक जांच किया जाना आवश्यक है।