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विपक्ष की मांग पर विधानसभा अध्यक्ष की रुलिंग के बाद सरकार ने लाया प्रस्ताव
भुवनेश्वर- विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र की रुलिंग के बाद सत्तारुढ़ पार्टी के मुख्य सचेतक श्रीमती प्रमिला मलिक ने यस बैंक में महाप्रभु श्रीजगन्नाथजी के पैसे रखे जाने के मामले को लेकर एक सदन कमेटी का गठन करने का प्रस्ताव लेकर आयी। उन्होंने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र इस कमेटी के अध्यक्ष होंगे। कमेटी में उन्हें मिला कर कुल 12 सदस्य रहेंगे। इसमें विपक्ष के नेता प्रदीप्त नायक, संसदीय मामलों के मंत्री विक्रम केशरी आरुख, सरकारी पार्टी के मुख्य़ सचेतक प्रमिला मलिक, कांग्रेस विधायक नरसिंह मिश्र, ताराप्रसाद वाहिनीपति, बीजद विधायक देवी प्रसाद मिश्र, अतनु सव्यसाची नायक, भाजपा विधायक सुभाष पाणिग्राही, मोहन माझी तथा माकपा विधायक लक्ष्मण मुंडा शामिल हैं।
इससे पूर्व विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे चरण के तीसरे दिन महाप्रभु श्रीजगन्नाथजी की धनराशि को यस बैंक में रखे जाने के मामले की जांच करने के लिए सदन कमेटी गठित करने की मांग को लेकर विपक्षी भाजपा विधायकों ने हंगामा किया। हंगामे के कारण सदन को दो बार स्थगित करना पड़ा। इस कारण प्रश्नकाल कार्यक्रम चल नहीं सका।
निर्धारित कार्यसूची के अनुसार, शुक्रवार को विधानसभा की कार्यवाही 10.30 बजे शुरु हुई। सदन की कार्यवाही शुरु होते ही भाजपा विधायक सदन के बीच में आकर इस मामले की सदन कमेटी के जरिये मांग करते दिखे। कांग्रेस विधायक अपने सीट पर खड़े थे। विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा विधायकों को अपनी सीट पर जाकर बैठने तथा प्रश्नकाल के कार्यक्रम को चलाने में सहयोग देने का अनुरोध किया, लेकिन भाजपा विधायकों पर इस अनुरोध का कोई असर नहीं हुआ। वे हंगामा करते रहे। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष सूर्य नारायण पात्र ने सदन की कार्यवाही को 10.32 से दोपहर 11.30 बजे तक स्थगित कर दिया। 11.30 बजे फिर से जब सदन की कार्यवाही शुरु हुई तो उसी मुद्दे को लेकर भाजपा विधायकों ने हंगामा जारी रखा। इस कारण पीठासीन अधिकारी ने सदन को दस मिनट के लिए यानी 11.30 से 11.40 तक स्थगित कर दिया।
11.40 पर सदन की कार्यवाही शुरु होने पर भी भाजपा विधायक सदन के बीच मे आ गये। तब विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें कहा कि वह उनकी मांग को लेकर रुलिग देने वाले हैं। इस कारण वे अपनी सीट पर बैठ जाएं। यह सुनते ही भाजपा विधायक अपनी सीट पर चले गये।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा में सरकारी दल के मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक को निर्देश दिया कि इस संबंध में सदन कमेटी गठित करने के लिए वह प्रस्ताव लायें। इसके बाद सदन में गतिरोध समाप्त हो गया।