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मंदिर परिसर में और उसके आसपास क्षेत्र में धारा-144 लागू
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कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 16 जनवरी, 2023 तक लागू रहेंगे प्रतिबंध
कटक। जिले के आठगढ़ के बाडंबा-गोपीनाथपुर टी-ब्रिज पर हुए भगदड़ के बाद जिला प्रशासन ने श्रीश्री सिंहनाथदेव मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। मंदिर परिसर में और उसके आसपास क्षेत्र में धारा-144 लागू कर दी गयी है तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 16 जनवरी, 2023 तक प्रतिबंध लागू रहेंगे। हादसे के बाद जिला प्रशासन ने धारा-144 को लागू करने का फैसला लिया है। बताया गया है कि इस दौरान किसी भी भक्त को मंदिर में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी और यहां तक कि दुकान के मालिकों को भी जगह खाली करने के लिए कहा गया है। मंदिर के अधिकारियों ने बताया कि मंदिर में सिर्फ पूजा-अर्चना की जाएगी। बाडंबा के प्रभारी निरीक्षक को निर्देश दिया गया है कि वे इलाके में आदेश जारी करें और कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखें।
एक महिला की मौत की पुष्टि
प्रशासन ने भगदड़ मचने के कारण एक महिला की मौत होने की पुष्टि की है। इसके साथ ही 20 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए। इस घायलों में तीन की हालत नाजुक बतायी गयी है। अन्य सभी घायलों को आवश्यक उपचार के बाद बड़ंबा अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। मृतक महिला बांकी के पथुरीपड़ा गांव की निवासी बतायी गयी है। मृतक के पति ने कहा कि मैंने केवल सुना है कि भगदड़ में मेरी पत्नी गिर गई और मर गई।
एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंच सकी
बताया जाता है कि पुल पर भीड़ के कारण एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंच सकी। घायलों को मोटरसाइकिल पर बाडंबा अस्पताल ले जाया गया। उत्तरी रेंज के आईजी नरसिंह भोल ने कहा कि गोपीनाथपुर की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं हुई, क्योंकि वे वैकल्पिक रास्ते से निकले थे। मुख्य समस्या तब पैदा हुई जब बांकी की तरफ से आने वाले लोग उसी रास्ते से लौट रहे थे। उन्होंने कहा कि हम समीक्षा करेंगे कि हम पुलिस बल का उपयोग करके वैकल्पिक मार्ग कैसे बना सकते हैं। मकर संक्रांति के अवसर पर सिंहनाथ पीठ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने के कारण यह हादसा हुआ।
मुख्यमंत्री ने महिला श्रद्धालु की मौत पर शोक जताया
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस हादसे में एक महिला की मौत होने पर गहरा शोक व्यक्त करने के साथ-साथ मृतक के परिजन को पांच लाख रुपये की अनुकंपा राशि देने के साथ साथ शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घाय़लों को निःशुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराने के निर्देश देने के साथ-साथ घायलों की शीघ्र आरोग्य की कामना की है।