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भारतीय कश्मीरी ब्राह्मण होने के कारण मिल सकती है श्री जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति
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जगद्गुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने दी हरी झंडी
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कहा-पूजा करने में सेवायत करेंगे मदद, सीधे पूजा करने की अनुमति नहीं
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चाहे प्रधानमंत्री हों या राज्यपाल, किसी को भी मंदिर के नियमों से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं
पुरी। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पुरीधाम स्थित श्रीमंदिर में महाप्रभु श्री जगन्नाथ के दर्शन कर सकते हैं। भारतीय कश्मीरी ब्राह्मण होने के कारण श्री जगन्नाथ मंदिर में उनको प्रवेश करने की अनुमति मिल सकती है। यह बातें पुरी के जगद्गुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहीं। उन्होंने कहा कि चूंकि सुनक एक भारतीय कश्मीरी ब्राह्मण हैं, उन्हें श्री जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी जा सकती है। शंकराचार्य ने गंगासागर मेले में यह बयान दिया।
शंकराचार्य का यह बयान ओडिशा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल के पुरी गजपति दिव्यसिंह देव और शंकराचार्य से विदेशी श्रद्धालुओं को श्री जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश की अनुमति देने का आग्रह करने के बाद आया है।
12वीं शताब्दी के इस मंदिर में विदेशी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर राज्यपाल की राय पर प्रतिक्रिया देते हुए शंकराचार्य ने कहा कि आपको पता होना चाहिए कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक कश्मीरी ब्राह्मण हैं। वह अपनी पत्नी के साथ श्री जगन्नाथ मंदिर के दर्शन कर सकते हैं, लेकिन पूजा नहीं कर सकते। यहां तक कि प्रधानमंत्री भी अपने दम पर पूजा नहीं करा सकते। पूजा करने में सेवायत उनकी मदद करेंगे। चाहे प्रधानमंत्री हों या राज्यपाल, किसी को भी मंदिर के नियमों से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं है।
इससे पहले कल दिन में ओडिशा विजन-2036 कॉन्क्लेव के उद्घाटन समारोह में भाग लेते हुए ओडिशा के राज्यपाल ने कहा था कि श्रद्धालु पुरी गजपति, आदि शंकराचार्य और सेवायतों से मिल सकते हैं। फिर उन्हें मंदिर के अंदर भगवान जगन्नाथ से मिलने से रोका नहीं जाना चाहिए।