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ऑटोप्सी रिपोर्ट से हुआ खुलासा
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चोट लगने की परिस्थितियां सवाल के घेरे में
भुवनेश्वर। जगतसिंहपुर जिले के पारादीप बंदरगाह के लंगर में एक जहाज में मृत पाए गए रूसी इंजीनियर की ऑटोप्सी रिपोर्ट से पता चला कि उसके बाएं माथे पर चोट का निशान था। इतना ही नहीं, जहाज के 51 वर्षीय मुख्य अभियंता मिल्याकोव सर्गेई की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि उनकी बायीं भौंह और आंख पर भी चोट के निशान थे।
हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि चोट का निशान जहाज में दिल का दौरा पड़ने के बाद गिरने के दौरान लगा था या इसके पीछे कोई और रहस्य है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिक जानकारी विसरा की रिपोर्ट के आने के बाद ही पता चलेगी। इसे जांच के लिए भुवनेश्वर भेजा गया है।
शव मिलने के बाद पारादीप पोर्ट के चेयरमैन ने कहा था कि तत्काल कुछ कहना जल्दीबाजी होगी। जांच के बाद ही मौत के कारण के बारे कुछ भी कहा जा सकता है। डीजीपी ने कहा था कि जरूरत होने पर इस मामले की भी क्राइम ब्रांच जांच करेगी। उल्लेखनीय है कि बीते मंगलवार तड़के इस रूसी नागरिक का शव एक जहाज में पाया गया था। यह जहाज जगतसिंहपुर जिले के पारादीप बंदरगाह के लंगर में था। शुरुआत में सूत्रों ने आशंका जतायी थी कि हार्ट अटैक के कारण इस रूसी नागरिक की जान गयी होगी। जहाज बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह से पारादीप बंदरगाह पर लौह अयस्क के लिए आया था। इसे मुंबई जाना था। यहां उल्लेखनीय है कि ओडिशा में अब तक तीन रूसी नागरिकों मौत हो गयी है। इससे पहले एक रूसी सांसद और पुतिन के आलोचक सहित दो रूसी पर्यटक ओडिशा के रायगड़ा में रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए गए थे। उधर, भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन से एक और रूसी नागरिक को पकड़ा गया था।