लघु कला और मूर्तियों को मूर्त रूप देने के गौरव के साथ-साथ राव 20 वर्षों से कला के रूप का अभ्यास कर रहे हैं।
इससे पहले वे बोतलों में पत्थर पर नक्काशी, साबुन की नक्काशी, लकड़ी की नक्काशी, कोयले की नक्काशी, पत्थर की नक्काशी और इमली के बीज की नक्काशी कर चुके हैं। ऐसे कार्यों को लेकर वह लोगों के बीच लोकप्रिय हैं।
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