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आर्थिक अपराध शाखा ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया
भुवनेश्वर। ओडिशा अपराध शाखा की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने किसानों को कृषि उपकरणों की आपूर्ति के लिए 12 करोड़ रुपये से अधिक की सरकारी सब्सिडी की हेराफेरी का खुलासा किया है। विभाग के अधिकारियों ने इस आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ईओडब्ल्यू के सूत्रों ने यह जानकारी मीडिया को दी।
बताया गया है कि गिरफ्तार आरोपियों में अन्नपूर्णा एग्रो इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के एमडी प्रदीप कुमार आचार्य, दाश ट्रेडर्स एंड एग्रो एजेंसी के मालिक प्रभा रंजन दास और शेख फैयाज के मालिक शेख फैयाज शामिल हैं।
ईओडब्ल्यू के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें भुवनेश्वर, नयागढ़ जिले के दसपल्ला और ब्रह्मपुर से गिरफ्तार किया गया और शनिवार को भुवनेश्वर की एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया।
विभाग की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार, तीन आरोपी व्यक्तियों ने कथित तौर पर जाली दस्तावेजों/ईमेल आईडी आदि का निर्माण और उपयोग करके किसानों और लाभार्थियों के लिए कम से कम 12 करोड़ रुपये की सरकारी सब्सिडी का दुरुपयोग किया।
जांच के दौरान पता चला कि प्रदीप आचार्य की फर्म पोस्ट हार्वेस्ट मशीन, बिजली से चलने वाले उपकरण और रोटावेटर आदि की आपूर्ति के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांस्फर (डीबीटी) योजना के तहत पंजीकृत है।
आचार्य ने दो अन्य आरोपियों के साथ कथित तौर पर साल 2016-17 और साल 2019-20 के बीच इतनी ही संख्या में किसानों को 381 कृषि उपकरणों की आपूर्ति/बिक्री के संबंध में फर्जी दस्तावेजों की एक श्रृंखला अपलोड की और लाभार्थियों के लिए निर्धारित सब्सिडी राशि को हड़प लिया।
बताया गया है कि आरोपी व्यक्तियों ने धोखे से दिखाया कि उन्होंने वास्तव में किए गए कृषि उपकरणों की तुलना में अधिक आपूर्ति की है। ईडब्ल्यूओ अधिकारी ने बताया कि कई मामलों में कोई उपकरण की आपूर्ति नहीं की गई थी, फिर भी वे फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर सब्सिडी राशि का लाभ उठाने में कामयाब रहे।
कथित तौर पर उन्होंने किसानों को कुछ मामूली राशि का भुगतान करके इन कुटिल तरीकों का उपयोग करके लाभार्थियों से बड़ी सब्सिडी राशि ले ली।