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नेशनल बाइक राइडिंग में ओडिशा से रही अकेली महिला प्रतिनिधि
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मध्यप्रदेश के पर्यटन विभाग की है ब्रांड एंबेसेडर
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बेटी की सफलताओं पर बिहार को है नाज
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ओडिशा की नेशनल बाइक राइडर अमिता सिंह का हुआ अभिनंदन
भुवनेश्वर। बिहार में जन्मी बेटी और ओडिशा की बहु आज तीन राज्यों के लिए शान बन गयी है। इसने 75 दिनों में मोटरसाइकिल से देश का कोना-कोना नाप दिया है। लगभग 21000 किलोमीटर की दूरी तय करने में ओडिशा का प्रतिनिधित्व करने वाली एकलौती महिला राइडर रही। इतना ही नहीं, यह मध्य प्रदेश की ब्रांड एंबेसेडर भी है। हम बात कर रहे हैं, अमिता सिंह की, जो बिहार की बेटी हैं और ओडिशा की बहु। प्रतिभा का लाभ मध्यप्रदेश राज्य भी उठा रहा है।
बताया जाता है कि आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर भारत सरकार की ओर से शारीरिक फिटनेस को जीवन का एक तरीका बनाने के उद्देश्य से फिट इंडिया मूवमेंट की शुरुआत की गयी है। इसी के तहत फ्रीडम मोटर राइड अभियान का शुभारंभ किया गया था। इसमें भारत के कुल 75 बाइक आरोही इस अभियान में हिस्सा रहे हैं। कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए इन्होंने कुल 75 दिनों में देश भ्रमण कर 75 स्मारक स्थलों का दौरा किया। इस अभियान का आयोजन भारत सरकार, सांस्कृतिक मंत्रालय, स्पोर्ट्स अथारिटी आफ इंडिया, मीट इंडिया भुवनेश्वर एवं माइच के संयुक्त सहयोग से नौ सितम्बर को नई दिल्ली में किया गया था। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गो मोटीवेट द पिपुल फार फिटनेस एवं अनेकता में एकता का संदेश देना था। बाइकराइडर अमिता सिंह पहले भी इसप्रकार के कई कार्यक्रमों में हिस्सा ले चुकी हैं।
उनके सफल अभियान के बाद राजधानी सत्यनगर स्थित उत्कल अनुज हिन्दी वाचनालय भुवनेश्वर द्वारा ओडिशा की नेशनल बाइक राइडर अमिता सिंह का नागरिक अभिनंदन किया गया। उनको शाल और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। अमिता सिंह ने अपने 75 दिनों की बाइक राइड यात्रा का हृदय स्पर्शी जानकारी दी, जिसका स्वागत करते ध्वनियों के साथ हुआ। उन्होंने अपनी उत्तर-पूर्व राज्यों की यात्रा को सबसे रोमांचक बताया। समारोह की अध्यक्षता सुभाष भुरा ने की, जबकि डॉ शंकर लाल पुरोहित, डॉ एसके तमोतिया सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे। अमिता सिंह की स्वरचित कविता “मैं पुरुष हूं”के वाचन ने खूब वाहवाही बटोरी। इस अवसर पर अन्य कवियों ने कविता पाठ किया। सभी को वाचनालय का नया कलेंडर वाचनालय की ओर से भेंट किया गया। आयोजन की आरंभिक जानकारी अशोक पाण्डेय ने दी, जबकि मंच संचालन किशन खंडेलवाल ने किया। अमिता सिंह का परिचय आरके शर्मा ने उपस्थित लोगों को दिया और उनके दौरे की संबंधित जानकारियां प्रदान की।
पिता ने बेटे की तरह पाला
अमिता सिंह ने कहा कि उनके पिता ने एक बेटे की तरह उनको पाला है। कक्षा सात से ही उन्होंने स्कूटर चलाने का प्रशिक्षण देना शुरू किया और एक कुशल बाइक राइडर बनाया। उन्होंने बताया कि उनके ससुराल वालों ने खूब मदद की है। पति चंद्र भूषण सिंह, बेटा तथा ससुर-सास ने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है। ये सभी लोग रोज मुझे फोन करके प्रोत्साहित करते थे।