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कहा-निजी बैंक में भगवान जगन्नाथजी के पैसे को रखने के लिए किसने दी अनुमति
भुवनेश्वर. यस बैंक की स्थिति खराब होने के बाद वहां महाप्रभु श्रीजगन्नाथजी का धन रखे जाने को लेकर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा कि इस मामले में भगवान जगन्नाथजी का पैसा सुरक्षित है या नहीं मुख्यमंत्री को इसका जवाब देना चाहिए. पटनायक ने कहा कि भगवान जगन्नाथजी का पैसा किसी निजी बैंक में रखने के लिए कोई नियम नहीं है, लेकिन इसके बावजूद भगवान जगन्नाथ का पैसा एक निजी बैंक में कैसे रखा गया. इसके लिए किसने अनुमति दी. उन्होंने कहा कि अधिक ब्याज के लिए निजी बैंक में रखा गया है कि अधिक कमिशन के कारण निजी बैंक में पैसा रखा गया था. उन्होंने कहा कि इसके एवज में विदेश भ्रमण की बातें भी कही जा रही है. उन्होंने कहा कि किसके कहने पर निजी बैंक में पैसा रखा गया था, इसका खुलासा होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब से महाप्रभु श्रीजगन्नाथ का रत्नभंडार का चाभी खोयी है, उसके बाद से भगवान का धन व संपत्ति असुरक्षित हो गयी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को इस मामले में जवाब देना चाहिए तथा भगवान जगन्नाथ का पैसा कैसे वापस आयेगा, इसको लेकर कदम उठाये जाने की आवश्यकता है.
श्रीमंदिर का पैसा जिन्होंने निजी बैंक में रखा है, वही इसके लिए जिम्मेदार हैं– वित्त सचिव
भुवनेश्वर. सरकारी धनराशि को निजी बैंकों में रखने के लिए किसी प्रकार की अनुमति नहीं है. यदि किसी विभाग द्वारा यह किया गया है, उसके लिए वही जिम्मेदार होंगे. राज्य के वित्त सचिव अशोक मीणा ने पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही. इस संबंधी सवालों के उत्तर में उन्होंने कहा कि पुरी के श्रीमंदिर प्रशासन की ओर से इस बारे में रिजर्व बैंक को पत्र लिखा गया है. वित्त विभाग द्वारा भी रिजर्व बैंक के साथ बातचीत की गई है. रिजर्व बैंक ने कहा है कि किसी भी जमाकारी के पैसे को किसी प्रकार का खतरा नहीं है. श्रीमंदिर प्रशासन पत्र लिखकर सभी राशि मेच्युरिटी के बाद वापस लाने के लिए अनुमति मांगी है.