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ओडिशा में पांच सालों में चार जिलों में बरपा बिजली का कहर

  • बालेश्वर, मयूरभंज, भद्रक और जाजपुर में 414 लोगों की मौत

भुवनेश्वर। ओडिशा के चार जिलों में बीते पांच सालों के दौरान बिजली कहर बनकर बरपी है। साल 2017 से 2021 तक बालेश्वर, मयूरभंज, भद्रक और जाजपुर जिलों में बिजली गिरने से कुल 414 लोगों की जान गयी है। यह जानकारी आज राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री प्रमिला मल्लिक ने ओडिशा विधानसभा में दी।

भोगराई से बीजद के विधायक अनंत दास के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में मंत्री ने सदन को बताया कि बालेश्वर जिले में बिजली गिरने से 120, मयूरभंज जिले में 176, भद्रक जिले में 53 और जाजपुर जिले में 65 लोगों की मौत हुई है। ये सभी मौतें साल 2017 से 2021 तक की अवधि में हुई है।

मंत्री ने कहा कि बिजली गिरने से मारे गए लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी गई है।

बिजली से लोगों को बचाने के लिए सरकार द्वारा किए गए उपायों पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने बताया कि ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने राज्य में बिजली गिरने की अग्रिम जानकारी प्राप्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन ‘अर्थ नेटवर्क्स’ के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। मंत्री ने कहा कि अर्थ नेटवर्क्स ने राज्य के केंदुझर, बलांगीर, ब्रह्मपुर, जयपुर, राउरकेला, भुवनेश्वर, कटक और पानीकोइली में आठ स्थानों पर लाइटनिंग डिटेक्शन सेंसर स्थापित किया है।

मल्लिक ने समझाया कि ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और स्टेट इमरजेंसी सेल इन सेंसर्स की मदद से बिजली गिरने से 30-40 मिनट पहले एक खास सॉफ्टवेयर के जरिए सूचना हासिल कर लेते हैं। इस सूचना के आधार पर कॉमन अलर्ट प्रोटोकॉल (सीएपी) के जरिए संभावित प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को एसएमएस भेजे जाते हैं।

इसके अलावा, व्हाट्सएप, ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया नेटवर्क के माध्यम से जानकारी साझा की जाती है। उन्होंने बताया कि ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने थाईलैंड स्थित अंतर्राष्ट्रीय संगठन रीजनल इंटीग्रेटेड मल्टी-हैजर्ड अर्ली वार्निंग सिस्टम के साथ एक समझौता किया है और एक मोबाइल ऐप ‘सतर्क’ विकसित किया है। उन्होंने कहा कि इस मोबाइल ऐप के जरिए लोगों को बिजली गिरने के 30-40 मिनट पहले सूचनाएं मिल रही हैं। इन वीडियो क्लिप को विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदर्शित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली गिरने से खुद को बचाने के बारे में जागरूकता के अलावा समय-समय पर समाचार पत्रों में भी प्रकाशित किया जाता है।

इसके अलावा, जिलों को बिजली सुरक्षा पर 2.5 लाख पोस्टर वितरित किये गये हैं। मंत्री ने कहा लोगों को सामुदायिक स्तर पर बिजली गिरने सहित विभिन्न आपदाओं के बारे में जागरूक किया जा रहा है।

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