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केंद्रीय मंत्री समेत कई नेताओं ने बीजद पर जमकर बोला हमला
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बीजद के 22 साल के शासन में किसानों की आत्महत्या शीर्ष पर पहुंची : प्रताप षाड़ंगी
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कालिया योजना में किसान नहीं, बल्कि बीजद नेता हो रहे हैं लाभान्वित
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राज्य सरकार ने रोजी रोटी कमाने वालों को हक नहीं दिया तो भाजपा प्रखंड भर में आंदोलन तेज करेगी
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प्रदेश सरकार के झूठ और फरेब का शिकार न हों प्रदेश के किसान : जुएल ओराम
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महाकालपाड़ा और राजनगर विधानसभा क्षेत्र के किसानों ने सत्याग्रह में भाग लिया
भुवनेश्वर। ओडिशा में 80 फीसदी लोग किसान हैं, लेकिन राज्य सरकार की नीतियों के कारण वे आत्महत्या जैसा घोर कदम उठाने को विवश हैं। बीजद के 22 साल के शासन के दौरान किसानों की आत्महत्या और किसानों की भूखमरी जैसी घटनाएं आज शीर्ष पर पहुंच गई हैं। न्याय हक के विरोध में आज किसान सड़कों पर उतरे इसके बावजूद सोई हुई राज्य सरकार न तो जाग रही है और न ही कोई तत्परता दिखा रही है। बल्कि राज्य सरकार बार-बार झूठे वादे कर सीधे-साधे किसानों को धोखा दे रही है। केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए भेजी गई खाद, बीज आदि की राज्य सरकार के प्रचार के साथ कालाबाजारी की जा रही है। किसानों को सिंचाई, खाद, बीज आदि उपलब्ध कराने में विफल राज्य सरकारें जानबूझकर केंद्र सरकार की विभिन्न कृषि कल्याण योजनाओं के लाभ से दूर रख रही है।
खुद को किसान गरीब बताने वाले मुख्यमंत्री द्वारा कालिया योजना में घोषित 10 हजार रुपये की जगह मात्र 4 हजार रुपये का भुगतान किया जा रहा है, जो बेहद शर्मनाक है। यह किसान नहीं बल्कि बीजद के नेता हैं, जो कालिया योजना में लाभान्वित हो रहे हैं। चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री झूठे वादों का खजाना खोलते हैं और अगली बार भूल जाते हैं। राज्य सरकार 22 साल के लंबे शासन में किसानों के आर्थिक विकास की एक भी योजना बनाने में नाकाम रही है। एक भी नया कोल्ड स्टोरेज नहीं खोला गया है। केंद्र सरकार पर दोषारोपण करना बेहद निंदनीय है। ये बातें भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने आज यहां कहीं। कृषि और किसानों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर पिछले 8 दिनों से भाजपा विधान सभा के सामने सत्याग्रह कर रही है। सांसद प्रताप षाड़ंगी ने आज सत्याग्रह में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर राज्य सरकार ने जल्द से जल्द कमाने वालों का हक नहीं दिया तो भाजपा पूरे प्रखंड में आंदोलन तेज करेगी।
भाजपा विधायक विधानसभा से सीधे सत्याग्रह स्थल पर पहुंचे और आंदोलनकारियों में शामिल हो गए। इस मौके पर सुंदरगढ़ के सांसद जुएल ओराम ने सत्याग्रह में भाग लिया और कृषि विरोधी और किसान विरोधी बीजू जनता दल की आलोचना की और राज्य के किसानों से कहा कि वे धोखे का शिकार न हों। केंद्रापड़ा जिले के महाकालपाड़ा और राजनगर विधानसभा क्षेत्र के किसान आज सत्याग्रह में जुटे। भाजपा के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज हरिचंदन समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।